मील का पत्थर साबित होगी राकेश राजपूत की “गुलाबी” फिल्म

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राजू वोहरा//

राजनीतिज्ञ और फिल्म अभिनेता राकेश राजपूत गुलाबी फिल्म से अपनी नई पारी का आगाज करने जा रहे हैं। अर्जुन पंडित, मां तुझे सलाम, फर्ज, किस्मत, बिग ब्रदर सरीखी बड़े बजट की फिल्मों में दमदार भूमिकाएं कर चुके राकेश पहली बार एक मराठी फिल्म में अभिनय कर रहे हैं। जिद्दी, ऐलान, दीवाना, बिच्छू और बिग्र ब्रदर जैसी फिल्मों से मशहूर हुए निर्माता निर्देशक गुड्डू धनोवा की यह फिल्म जोर शोर से पूरी होने की दिशा में आगे बढ़ रही है। राकेश राजपूत इस फिल्म में इंस्पेक्टर राकेश देशपांडेय की भूमिका निभा रहे हैं जो मायानगरी और बार संस्कृति के अंधेरों को चीरकर फर्ज और कानून की खातिर समर्पित नजर आता है। उनके साथ इस फिल्म में मशहूर अभिनेता सचिन खंडेकर भी हैं। फिल्म की हिरोइन दिल चाहता है फेम सोनाली कुलकर्णी हैं।

राकेश का मानना है कि हिंदी फिल्मों में मजबूत जगह बना चुकने के बाद मराठी फिल्म करने के पीछे उनका मकसद अपनी प्रतिभा को नए आयाम देना है। राकेश का ये काम के प्रति समर्पण ही है कि उन्होंने बाकायदा मराठी बोलने की बेसिक ट्रेनिंग ली और पूरी तन्मयता और लगन से अपने काम को अंजाम दिया। गुलाबी फिल्म राकेश के बहुरंगी करियर में एक नया पड़ाव साबित होगी। राकेश फिल्म के साथ साथ राजनीति और समाजसेवा में भी सक्रिय हैं और अपनी प्रतिभा के लिए कई राष्ट्रीय सम्मानों से नवाजे जा चुके हैं। एटा के एक छोटे से गांव से निकलकर पहले मायानगरी और फिर राजनीति के पर्दे पर अपनी मजबूत दस्तक देने वाले राकेश राजपूत की कहानी बेहद ही दिलचस्प है। स्वाधीनता संग्राम सेनानियों के परिवार से ताल्लुक रखने वाले राकेश का बचपन से ही सपना था कि देश और समाज के लिए कुछ कर गुजरें। राकेश के पिता केसी सिंह राजपूत एटा के नामी पहलवान थे। पहलवानी उन्हें विरासत में मिली थी। अभिनय का शौक बचपन से ही था। गांव की रामलीलाओं मे बाली का किरदार उनके नाम रिजर्व हो चुका था। राकेश बाली के किरदार में मशहूर होने लगे थे।राकेश की अखाड़े में लगन ने उनका भविष्य शीशे की तरह साफ कर दिया। 12 साल की उम्र से ही राकेश मशहूर पहलवान चन्दगीराम के अखाड़े में पसीना बहाने लगे। अब

साल 1995 राकेश के करियर में बेहद अहम साबित हुआ। इस साल राकेश मिस्टर दिल्ली चुने गए। राकेश ने अपने शरीर सौष्ठव से निर्णायकों समेत दर्शकों को भी अपना मुरीद बना लिया। बेहद की कड़े मुकाबले को जीतकर राकेश ने मिस्टर दिल्ली का बेहद की गौरवपूर्ण खिताब अपने नाम कर लिया। इतना ही नहीं राकेश ने इंडियन बॉडी बिल्डिंग फेडरेशन का गोल्ड मेडल भी अपने नाम कर लिया। यहीं से बालीवुड के सफर का रास्ता खुल गया।  बॉलीबुड से जो पहला न्योता मिला, वो उनकी शानदार बॉडी बिल्डिंग के सर्टिफिकेट सरीखा था। राकेश को फिल्म अर्जुन पंडित में सनी देओल के साथ काम करने का मौका मिला। किरदार कुछ इस तरह था कि सनी देओल की कद काठी और मजबूत शरीर की बराबरी करने वाला कोई अभिनेता ही उसे निभा सकता था। राकेश इस क्राइटेरिया पर एकदम खरे उतरे। अर्जुन पंडित आई और बॉलीवुड को इस बात का अहसास करा गई कि मजबूत कदकाठी और अभिनय वाला एक शख्स उनके बीच दाखिल हो चुका है। राकेश ने इसके बाद मां तुझे सलाम, फर्ज, बिग ब्रदर, किस्मत, जल्लाद नंबर वन सरीखी कई फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया। राकेश ने बच्चों के बीच खासे मशहूर धारावाहिक शक्तिमान में अभिनय किया है और साथ ही एमटीवी के मशहूर कार्यक्रम फिल्मी फंडा की एंकरिंग भी की है।

फिल्मों में तमाम व्यस्तताओं के बावजूद राकेश का हेल्थ खासकर बॉडी बिल्डिंग से नाता कम नहीं हुआ है। राकेश ऑल इंडिया हेल्थ क्लब आर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष और इंडियन बॉडी बिल्डिंग फेडरेशन के वाइस प्रेसीडेंट भी हैं। उनकी लगातार कोशिश है कि बॉडी बिल्डिंग के क्षेत्र में उनके जैसे आम नौजवान अपना नाम पैदा कर सकें। जो सुविधाएं उन्हें नहीं नसीब हुईं, वे दूसरे साधारण नौजवानों को जरूर नसीब हों। वे सिने एंड टीवी आर्टिंस्ट एसोसिएशन के सदस्य हैं। सेवा का जज्बा राकेश को राजनीति में खींच ले आया। राकेश 1992 में ही कांग्रेस के प्राथमिक सक्रिय सदस्य बन गए। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन कमेटी के चेयरमैन ऑस्कर फर्नाडीज की टीम के अहम सदस्य राकेश कई राज्यों में कांग्रेस के पर्यवेक्षक के तौर पर अहम जिम्मेदारी निभा चुके हैं।

राकेश राजपूत की एक बड़ी खासियत यह भी है कि वे कई मशहूर फिल्मी सितारों समेत कई राजनेताओं और कैबिनेट मंत्रियों के फिटनेस सेकेट्री रह चुके हैं। फिल्मी हस्तियों में संजय दत्त, शाहिद कपूर, मनोज वाजपेयी, सोनू सूद, अरबाज खान, साहिल खान, सुदेश बेरी, इमरान खान जैसे नाम हैं तो राजनीतिक नामों में कल्याण सिंह, ऑस्कर फर्नाडिस, गुरूदास कामत, प्रफुल्ल पटेल, रामचंद्र खूंटिया सरीखे कई प्रतिष्ठित नाम शामिल हैं।राकेश कई केंद्रीय मंत्रालयों में भी अहम जिम्मेदारियां निभा चुके हैं।

वे सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्यवयन, यूथ एंड स्पोर्टस, ओवरसीज अफेयर्स मिनिस्ट्री, लेबर मिनिस्ट्री, मिनिस्ट्री और कम्युनिकेशन और आईटी में पर्सनल असिस्टेंट के तौर पर काम कर चुके हैं और फिलहाल वे श्रम मंत्रालय की ईपीएफओ डिवीजन में सदस्य सलाहकार पद पर कार्यरत हैं। राकेश उड़ीसा, मध्य प्रदेश और उत्तराखंड इन तीन राज्यों में कांग्रेस की ओर से ऑब्जर्वर की अहम जिम्मेदारी भी निभा चुके हैं।

राजीव गांधी एक्सलेंसी अवार्ड 2010, राजीव गांधी एक्सलेंसी अवार्ड 2011, यूथ आइकान अवार्ड, एटा गौरव सहित कई प्रतिष्ठित सम्मानों से नवाजे जा चुके हैं। राकेश लोधी राजपूत समुदाय की ओर से राकेश महारानी अवंती बाई लोधी का शहीदी दिवस कार्यक्रम आयोजित कर चुके हैं। महारानी अवंती बाई लोधी ने 1857 की क्रांति के दौरान अंग्रेजी राज के दांत खट्टे कर दिए थे। इस कार्यक्रम में कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश के प्रभारी दिग्विजय सिंह, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ऑस्कर फर्नाडिस समेत कई जानी मानी राजनीतिक और फिल्मी हस्तियों ने शिरकत की। बहुमुखी प्रतिभा के धनी राकेश का इरादा देश और समाज की खातिर कुछ कर गुजरने का है, जिसकी शुरूआत वे अपने क्षेत्र एटा से कर चुके हैं।

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लेखक पिछले 25 वर्षो से बतौर फ्रीलांसर फिल्म- टीवी पत्रकारिता कर रहे हैं और देश के सभी प्रमुख समाचार पत्रों तथा पत्रिकाओ में इनके रिपोर्ट और आलेख निरंतर प्रकाशित हो रहे हैं,साथ ही देश के कई प्रमुख समाचार-पत्रिकाओं के नियमित स्तंभकार रह चुके है,पत्रकारिता के अलावा ये बतौर प्रोड्यूसर दूरदर्शन के अलग-अलग चैनल्स और ऑल इंडिया रेडियो के लिए धारावाहिकों और डॉक्यूमेंट्री फिल्म का निर्माण भी कर चुके। आपके द्वारा निर्मित एक कॉमेडी धारावाहिक ''इश्क मैं लुट गए यार'' दूरदर्शन के''डी डी उर्दू चैनल'' कई बार प्रसारित हो चुका है। संपर्क - journalistrajubohra@gmail.com मोबाइल -09350824380

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