एक बार फिर जंगल राज की राह पर बिहार
बिहार को अपराध मुक्त कराने का मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दावा खोखला साबित हो रहा है। बिहार के विभिन्न इलाकों में आय दिन हत्यायें हो रही हैं, ये दूसरी बात है कि हत्याओं की इन खबरों को अखबार के अंदर के पन्नों पर सिंगल कालम या फिर सार-संक्षेप में धकेल दिया जा रहा है। अब तो बिहार में अपराधी डाक्टरों को भी निशाना बनाने लगे हैं। जिस तरह से अपराधियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है उसे देखकर यही लगता है कि बिहार में एक बार फिर जंगल राज की वापसी हो रही है।
माइक्रो वेसकुलर सर्जरी क्लिनिक के संचालक डा. रतन शर्मा सीधे तौर पर अपराधियों के निशाने पर आ गये हैं। डा. रतन शर्मा से 50 रुपये की रंगदारी मांगी गई है। और पैसा न देने पर जान से मारने की धमकी दी गई है। डा. रतन शर्मा ने कोतवाली थाना में मामला दर्ज कर दिया है। इसके बावजूद धमकी सिलसिला अभी थमा नहीं है। धमकी बिहार के कुख्यात अपराधी बिंदू सिंह चेले मनोज सिंह के नाम पर दी जा रही है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है, लेकिन जिस तरह से डा. शर्मा को धमकाया गया है उससे वे काफी डरे हुये हैं।
इसी तरह कुछ दिन पहले बेउर जेल को उड़ाने की धमकी दी गई थी, जिसके बाद पुलिस के हाथ पांव फूल गये थे। कोई भी पुलिस अधिकारी इस मामले पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं था। कहा गया था कि यह धमकी माओवादियों ने दी थी।
बिहार में पिछले एक महीने के अपराध ग्राफ पर नजर डाले तो स्पष्ट हो जाएगा कि बिहार की कानून व्यवस्था लचलचाने लगी है। अमूमन पांच लोगों की हत्या प्रत्येक दिन हो रही है। कुछ दिन पहले पटना के एक सोना व्यवसायी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी साथ में हत्यारों ने उससे एक किलो सोना भी छिन लिया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अभी तक विकास का ही माला जप रहे हैं। अब तो वे यहां तक कहने लगे हैं कुछ लोगों को विकास दिखाई ही नहीं दे रहा जबकि प्रदेश में विकास गंगा बह रही है। अब सीधा सा सवाल उठता है कि बढ़ते अपराध का आंकड़ा क्यों नहीं दिखाई दे रहा है?
saayad yahi Nitish ji ki susaasan hai…………
yahaan bihar mein apraadh badhtaa hi jaa rha hai aur nitish ji janta ke paison se CHINA ghum rhe hain.
good comment on failure of bihar addminstration