पटना। पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह का पार्थिव शरीर बिहार विधान मण्डल परिसर में लाया गया, जहां मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पुष्प-चक्र अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी और दिवंगत आत्मा की चिर शांति के लिये ईश्वर से प्रार्थना की।
डॉ.रघुवंश प्रसाद सिंह के पार्थिव शरीर पर बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी, बिहार विधान परिषद के सभापित अवधेष नारायण सिंह, उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव, राज्य सरकार के मंत्रीगण सहित अन्य विधायकगण/विधान पार्षदगणों सहित अन्य जनप्रतिनिधियों ने भी पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
पत्रकारों से बातचीत करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि रघुवंश बाबू का निधन बहुत ही दुखद है। पिछले कुछ समय से उनकी तबीयत खराब थी। सबसे पहले कोरोना की बात आयी थी, उसके बाद वे ठीक हो गये थे। बाद में कुछ अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्यायें आयीं, उसके इलाज के लिये वे दिल्ली गये। एम्स में उनका पूरे तौर पर इलाज चल रहा था। इधर के दिनों में गंभीर बीमारी कैंसर से संबंधित कुछ बात सामने आयी और उसके बाद वे नहीं रहे। ये हम सब लोगों के लिये बहुत दुखद है। पूरे बिहार में उनकी लोकप्रियता रही है। उन्होंने जो काम किया है, पूरी जिम्मेवारी के साथ किया है। चाहे वे एम. एल. ए. के रूप में रहे हों या एम. एल. सी., एम. पी., राज्य में मंत्री, केन्द्र में मंत्री के रूप में रहे हों, हर प्रकार से उनकी भूमिका सराहनीय रही है। पूरे बिहार की जो समस्या है उसको लेकर वे हमेशा अपनी बात रखते रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रघुवंश बाबू ने अपने अंतिम दिनों में पत्र के माध्यम से कुछ बातें रखी थीं, उसके लिये हमलोगों ने तुरंत केन्द्र सरकार को इसके संबंध में अनुरोध भेजना प्रारंभ कर दिया है। आज भी प्रधानमंत्री ने कहा है कि रघुवंश बाबू ने जो पत्र लिखा है उसके बारे में हमलोग भी मदद करेंगे। हमलोग एक पत्र तो भेज चुके हैं, एक पत्र जो दिल्ली भेजनी है, उसको भी जल्द भेजा जायेगा। हमलोग इस बात का पूरा ख्याल रखते हैं। संपूर्ण बिहारवासियों को उनके निधन से काफी तकलीफ है। हम सब लोग इस बात को लेकर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैसे तो कोई भी व्यक्ति जो इस दुनिया में आता है, उसे एक दिन जाना है, ये तो सब लोगों को मालूम है लेकिन ऐसे व्यक्ति जिन्होंने निरंतर जनता की सेवा की है, ऐसे व्यक्ति के जाने से हम सब लोग दुखी हैं और इस स्थिति में अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके पत्र में केन्द्र से संबंधित मामलों को शीघ्र ही केन्द्र सरकार को समुचित कार्रवाई हेतु भेजा जायेगा। उनका एक अनुरोध सिंचाई विभाग से संबंधित है, इस संबंध में जल संसाधन मंत्री को निर्देश दिया गया है कि वे इस संबंध में जल्द कार्रवाई करें। मनरेगा से संबंधित उनके अनुरोध को भी केन्द्र सरकार को भेजा जायेगा ताकि वहां इस पर विचार कर समुचित कार्रवाई की जा सके। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनके नाम पर उनके गांव में सड़क का निर्माण जरूर किया जायेगा और उनकी स्मृति को सहेजने के लिये जो कुछ भी संभव होगा, वह किया जायेगा।