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फिल्म या सीरियल मैकिंग एक जुनून है: सोमजी आर शास्त्री

राजू बोहरा, नई दिल्ली

कहते हैं इस संसार में कोई भी इंसान जन्म से न तो विद्वान होता है और न ही बुद्धिमान। मनुष्य कड़ी मेहनत और अपनी सच्ची लगन से अपने कार्य को इतना अधिक ऊंचा उठा लेता है कि उसे समाज में मान-सम्मान और ख्याति तो मिलती ही है, साथ ही वो लोगों के लिए प्रेरक भी बन जाते हैं। ऐसी ही शख्यितों में एक नाम सामने उभरकर आता है धारावाहिकों के युवा निर्माता-निर्देशक सोमजी आर शास्त्री का। जिन्होंने लोगों को यह विश्वास दिलाया है कि कठोर परिश्रम ही सफलता की कूंजी है। यूँ तो सोमजी छोटे पर्दे के लिए कई धारावाहिक का निर्माण व निर्देशक कर चुके हैं, लेकिन वह पिछले करीब एक साल से अपने नये दूरदर्शन के लोकप्रिय डेली सोप मंगलसूत्र-एक मर्यादा को लेकर चर्चा में है। सोमजी आर शास्त्री का यह डेली शो पिछले करीब आठ महीने से दूरदर्शन के आफ्टरनून स्लाट में नम्बर वन चल रहा है जिसमें एक दो नहीं बल्कि दर्जनों फिल्मों और टेलीविजन के कलाकार काम कर रहे हैं। छोटे पर्दे के इस चर्चित निर्माता-निर्देशक से धारावाहिक मंगलसूत्र एक मर्यादा के सेट पर मुंबई में की खास बातचीत की प्रस्तुत है उसके प्रमुख अंश-

दूरदर्शन पर पिछले लंबे समय से आपके डेलीसोप की काफी चर्चा है कुछ बतायेंगे अपने डेलीसोप मंगलसूत्र एक मर्यादा के बारे में?

मंगलसूत्र एक मर्यादा दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाला एक बड़ा डेलीसोप है जिसका प्रसारण पिछले साल 22 अगस्त से शुरू हुआ था। इसका प्रसारण आफ्टरनून स्लॉट में सोमवार से शुक्रवार दोपहर 1,00 बजे हो रहा है। इस शो की सफलता का अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि जब से यह शो दूरदर्शन पर आन एयर हुआ है तब से लेकर अब तक इसकी दोपहर में प्रसारित होने वाले शोज में नम्बर वन की टीआरपी है। यह एक साफ सुथरा परिवार और सोशल धारावाकि है जिसमें तमाम महत्वपूर्ण तथ्यों को हमने उजागर किया है। मंगलसूत्र एक औरत के संघर्ष और सफलता की भावनात्मक कहानी पर आधारित है। जो अपने पवित्र मंगलसूत्र की रक्षा के लिये लंबा संघर्ष करती है और कानून की नजर में मुजरिम साबित हो चुके अपने बेगुनाह पति को इंसाफ दिलाती है। इसके लिए वो शादी के बाद घर की चार दीवारी से बाहर निकलकर खूब पढ़ाई करती है और एक आईएएस अफसर बनती है, अपने संविधान में उसकी बेहद आस्था है।

क्या आपका यह धारावाहिक दर्शकों को कोई मैसेज भी देता है?

बिल्कुल, एक नहीं कई मैसेज देता है। पहला मैसेज तो इसमें यह है कि एक हिन्दुस्तानी नारी अपने मंगलसूत्र की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। दूसरा, हमें अपने संविधान पर हमेशा अटूट आस्था रखती चाहिए। तीसरा, विधवा बेटी का पुन विवाह कर उसका घर फिर से बसाना चाहिए। चौथा, संदेश यह है कि रूढिवादिता  वाले नाकारात्मक विचारों को त्यागकर हमें अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा-दीक्षा एवं देश और समाज के लिये मर मिटने वाले संस्कार देने चाहिये। झूठे आदर्शों से ऊपर उठकर हर किसी की भलाई के लिये काम करना चाहिए। कुल मिलाकर यह एक दिलचस्प सामाजिक देश प्रेम और पारिवारिक शो है जिसमें महिला सशक्तिकरण, शिक्षा का महत्व और राष्टकृीय एकता की कहानी कही जा रही है।

मंगलसूत्र एक मर्यादा में कौन-कौन से बड़े कलाकार काम कर रहे है और उनकी क्या भूमिकायें हैं?

इसमें काम करने वाले चर्चित कलाकारों की लिस्ट काफी लंबी है आपको मुख्य नाम बता देता है। इसमें किरण कुमार, रजा मुराद, शाहबाज खान, पंकज बैरी, इमरान खान, राजू खेर, एसएम जहीर, जाहिद अली, गजेन्द्र चैहान, नूपुर अलंकार, पिंकी चिनॉय, मीनाक्षी वर्मा, संजय स्वराज, सुजाता वैष्णव, जयश्री राव, रोहित सिंह, और मोनाज मेवावाल जैसे अनेक फिल्म व टेलीविजन के कलाकार काम कर रहे हैं। किरण कुमार इसमें एक ऐसे जज आदित्य नारायण प्रताप सिंह की चैलेंजिंग पॉजेटिव भूमिका निभा रहे हैं जो अपने ही सगे दामाद को सजा-ए-मौत का फैसला सुनाता है। शाहबाज खान इसमें मुख्य विलेन की भूमिका में है। इमरान खान एक टीवी जर्नालिस्ट बने हैं जबकि पंकज बैरी एक न्यूज चैनल के मालिक यानी हर किरदार का अपना महत्व है अपनी सोच है और अपनी कहानी है।

एक शो में इतने सारे कलाकारों को निर्देशित करने में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं आती है?

देखिये फिल्म मैकिंग या सीरियल मैकिंग एक जुनून है। जब आपके अंदर जुनून होता है तो आप किसी भी परेशनियों का सामना कर सकते हैं। अच्छा फिल्म मेकर वही है जो चुनौतियों से नहीं घबराता। वैसे अच्छा काम करने में किसी भी फोल्ड में दिक्कत तो आती है पर मैनेज कर लिया जाता है, मेरे अगले शो में तो करीब इंडस्ट्री के 40 बड़े कलाकार है जिसमें कादर खान सरीके हस्तियां हैं।

मंगलसूत्र एक मर्यादा के अलावा आपके और कौन से शो चर्चित रहे हैं साथ ही बडे“ पर्दे यानी फिल्मों के बारे में क्या सोचते हैं?

इसके अलावा मैंने भोपाल दूरदर्शन के लिये ममता, मेरे हमसफर और बंधन रिश्तों का जैसे कई अच्छे शो बनाये उनकी भी टीआरपी नम्बर वन रही है। टीवी के हर अच्छे मेकर का एक ही सपना होता है एक दिन अच्छी व यादगार फिल्म बनाना, मेरा भी यही सपना है कि मैं एक ऐसी अर्थपूर्ण फिल्म बनाऊ जिसे लोग हमेशा याद रखें, मेरा अगला पढ़ाव फिल्में ही है जिस पर जल्द ही काम शुरू करने की योजना है।

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सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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