महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित भोजपुरी फिल्म ’सांवरिया मोहे रंग दे’ उत्तर प्रदेश की पृष्ठभूमि पर आधारित है
रिपोर्ट राजू बोहरा नयी दिल्ली,
जल्द ही प्रदर्शित होने जा रही भोजपुरी फिल्म ’सांवरिया मोहे रंग दे’ पूर्णतः आज के हालात पर केन्द्रित है। इस फ़िल्म में नारी अपराध से जुड़े कुछ बारीक पहलुओं पर रोशनी डाली गई है । कई प्रदेशो की तरह उत्तर प्रदेश में भी 1090 हैल्प लाइन महिलाओं की मदद के लिए कार्यरत है। हमारी ये फ़िल्म नारी अपराध से जुड़े तमाम पहलओं को उजागर करती है । भोजपुरी में बनने वाली ये पहली अलग तरह की फ़िल्म है, जिसे सस्पेन्स फ़िल्म भी कहा जा सकता है। एक अलग विषय की कहानी के साथ-साथ खूबसूरत ट्रिटमेन्ट वाली फ़िल्म, जो अंत तक दशर्कों को बांधे रखती है।
”स्टेट्स एयर विजन प्राईवेट लिमिटेड” के बैनर से बनी इस फिल्म की निर्मात्री सुशीला भाटिया हैं जबकि निर्देशन की बागडोर दिलीप गुलाटी ने संभाला है। निर्मात्री सुशीला भाटिया बॉलीवुड में लंबे अर्से से बतौर निर्मात्री सक्रिय है और दूरदर्शन के प्राइम टाइम और मिड प्राइम टाइम के लिए’’इम्तिहान’’ और ’’उम्मीद नई सुबह की’’जैसे लोकप्रिय डेली सीरियलों का निर्माण कर चुकी है। ’’सांवरिया मोहे रंग दे’’ के लेखक व गीतकार पारस जायसवाल हैं। वहीं छायांकन हेमंत महेश्वरी का है। एक्शन मोहम्मद व नृत्य पप्पू खन्ना का है।
फिल्म के मुख्य कलाकारों में भोजपुरी फिल्मो की सुपर स्टार अभिनेत्री रानी चटर्जी के अलावा अविनाश शाही ,अनीता सहगल, निसार खान, बृजेश त्रिपाठी, रमजान शाह, गीता रस्तोगी और पूनम चोपड़ा है। इस फिल्म का प्रदर्शन मुम्बई में पर आधारित दर्शको में काफी जागरूकता
फैलाएगी।
ये कहानी शुरु होती है एक ऐसी लड़की से जिसे कुछ गुण्डे मार देना चाहते हैं। हीरो उसे बचाता है लेकिन हीरो को पता लगता है कि वह लड़की अपनी याददाश्त खो चुकी है । वह कौन है, कहां से आयी है, उसे कुछ भी याद नहीं है । अब ये हीरो की ज़िम्मेदारी बन जाती है कि वो उस लड़की के बारे में पता करने की कोशिश करे कि वो लड़की कौन है और वो लोग कौन है जो लड़की को मार देना चाहते हैं। इसी तलाश में हीरो, हिरोइन के साथ लखनऊ से इलाहाबाद हो कर वाराणसी पहुंचता है । एक तरफ़ कुछ वो गुण्डे हैं, जो लड़की को मार देना चाहते हैं । दूसरी ओर 1090 की पुलिस टीम भी लड़की के बारे जानना चाहती है। पुलिस भी उनके पीछे है और अंत में जो राज़ खुलता है वह सबको चैकने और हैरान होने पर मजबूर कर देता है ।
गौरतलब है की फिल्म के माध्यम से समाज की एक बहुत बड़ी सच्चाई सामने आती है, जिस सच्चाई से अब भागा नहीं जा सकता । वो सच्चाई क्या है ? उस लड़की की हक़ीक़त क्या है ? ये जानने के लिए आपको थिएटर का रुख करना होगा।
इस फिल्म का म्यूजिक हाल में मुंबई के अँधेरी स्थित द.व्यू थिएटर में एस.आर.के म्यूजिक से जारी किया है। म्यूजिक रिलीज के मौके पर फिल्म की निर्मात्री सुशीला भाटिया, निर्देशक दिलीप गुलाटी, लेखक-गीतकार पारस जायसवाल, म्यूजिक डायरेक्टर धीरज सेन, सह निर्माता हीम्मत भाटिया, डांस डायरेक्टर पप्पू खन्ना, एक्शन डायरेक्टर मोहद भाई, ईपी सत्येन भाटिया, कॉस्ट्यूम डिजाइनर नीपा भाटिया और फिल्म की हीरोइन भोजपुरी की सुपर स्टार नायिका रानी चटर्जी के अलावा अन्य स्टार कास्ट पूनम चोपड़ा, और माया यादव सहित उपस्थित थे।
यह फिल्म 9 जून को रिलीज होने जा रही है। महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित इस भोजपुरी फिल्म शूटिंग उत्तर प्रदेश के लखनऊ, इलाहबाद और बनारस की खूबसूरत लोकेशनो में गई है।