अरवल के बसंतपुर गांव में महिलाओं की हुजूम अच्छी खासी थी। हर उम्र की महिलाएं मौजूद थी मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की सभा में। उनके चेहरों पर उत्सुकता थी। खामोशी के साथ मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी को सुन रही थी। जीतनराम मांझी का देसी अंदाज इन महिलाओं को मुख्यमंत्री मांझी के साथ अपनेपन का अहसास करा रहा था।
अरवल के बसंतपुर गांव में महिलाओं की हुजूम अच्छी खासी थी। हर उम्र की महिलाएं मौजूद थी मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की सभा में। उनके चेहरों पर उत्सुकता थी। खामोशी के साथ मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी को सुन रही थी। जीतनराम मांझी का देसी अंदाज इन महिलाओं को मुख्यमंत्री मांझी के साथ अपनेपन का अहसास करा रहा था। अरवल के बसंतपुर गांव में इन महिलाओं आंखों में सपने तैरा गये बिहार के मुख्मंत्री जीतनराम मांझी। आदर्श गांव में इन महिलाओं की क्या भूमिका होगी, आदर्श गांव के साथ-साथ चलेंगी या आदर्श गांव को बनाने में इन्हें सक्रिय रूप से शामिल किया जाएगा ? बसंतपुर गांव को बिहार का एक आदर्श गांव बनाने का सिलसिला शुरु हो चुका है।