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मुंगेर में पदाधिकारियों एवं कर्मियों को अपने कार्य क्षेत्र स्थित आवास में रहना होगा : डी एम

लालमोहन महाराज ,मुंगेर मुंगेर डीएम नवीन कुमार की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग के  साथ  बैठक हुई। संग्रहालय में   बैठक समाहरणालय सभागार में बैठक की गयी। इसमें स्वास्थ्य के सभी इंडिकेटर पर प्रगति की समीक्षा हुई। जिला पदाधिकारी ने बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने की दिशा में निदेश दिया गया कि महादलित टोलों में प्रत्येक माह नियमित रूप से स्वास्थ्य कैंप लगाये। जहां सभी प्रकार के स्वास्थ्य परीक्षण की जांच की जाय। प्रत्येक माह के 9 तारीख को सुरक्षित मातृत्व स्वास्थ्य परीक्षण (एएनसी) में लापरवाही एवं कोताही बर्दाश्त नहीं की जायेगी।बैठक में कहा गया कि सभी प्रभारी स्वास्थ्य केन्द्र अपने अधीनस्थ स्वास्थ्य केन्द्रों पर सभी प्रकार के कार्यों का अनुश्रवण करेगे। हाई रिस्क अवस्था में स्थित गर्भवती महिलाओं की फॉलोअप स्वास्थ्य जांच करते रहे। जिससे कि एमबीआर (मैर्टनल डेथ रेसियो) एवं सीडीआर (चाईल्ड डेथ रेसियो) में आ सके। चिकित्सकों की अनुपस्थिति पर कड़ी आपत्ति व्यक्ति करते हुए उन्होंने कहा कि ससमय अपने कार्य क्षेत्र में डाॅक्टर उपस्थित रहे तथा अपने कार्य क्षेत्र में आवासन रहे। इस बावत सिविल सर्जन को निदेश दिया गया कि इसकी माॅनिटेरिंग एवं सत्यापन करे। अनुपस्थित या अल्पावधि के लिए उपस्थिति पर तदनुसार वेतन कटौती की जायेगी। संस्थागत प्रसव, सी सेक्शन, परिवार नियोजन, टीकाकरण में और अधिक सुधार करने का निदेश दिया गया। इसके लिए लगातार सूक्ष्म स्तर पर मॉनिटरिंग करने का निदेश दिया गया। परिवार नियोजन पखवाड़ जो 22 जुलाई तक चला तथा लगातार डोर टू डोर सर्वे कर लक्ष्य निर्धारित करते हुए उन्हें आॅपरेशन के लिए माॅटिवेट करने के लिए कहा गया। स्वास्थ्य के सभी बिन्दु पर धरहरा प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का न्यूनतम परर्फोमेंश रहने के कारण चिकित्सक एवं स्वास्थ्य प्रबंधक से स्पष्टीकरण की पृच्छा की। बैठक में सिविल सर्जन डाॅ. पी0एम0 सहाय, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ आनंद शंकर सिंह डीपीएम नसीम रजी उपस्थित थे।

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सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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