मूर्तियों की दुर्दशा के साथ-साथ जलाशय भी प्रदूषित हो रहे हैं
श्रद्धा भारती
यहां कुछ तस्वीरें संलग्न की गई हैं आपके अवलोकनार्थ. आप इसका अवलोकन करें और अपनी प्रतिक्रिया दें. एक बात मैं य़हां स्पष्ट करना चाहती हूं कि मेरी मंशा किसी का अपमान करना या किसी की धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाना नहीं है बल्कि देश भर के सभी नदियों ,तालाबों और समुद्र जैसे बड़े जलाशयों की इन स्थितियों से रूबरू कराना है. इतना ही नहीं अपने उन आराध्यों की मूर्तियों की इस भयावह स्थिति को भी आपतक पहुंचाना है जिन्हें हम बड़े भक्ति भाव और सम्मान से अपने यहां लाते तो हैं और फिर छोड़ देते हैं इस हद में .क्या हमें ऐसी राह नहीं तलाशनी चाहिए, जिससे हम अपनी घार्मिक परंपराओं का निर्वहन भी कर सकें और हमारे आराध्य देव और देवियों की मूर्तियों की यह भयावह स्थिति भी न हो,साथ में जीवन दायनी जल को भी प्रदूषण से बचाया जा सके. नये विकल्प के साथ आपकी प्रतिक्रिया का हमें इतजार है.