लिटरेचर लव
कभी-कभी (गजल)
डूब जाता है सागर में पैमाना कभी-कभी |
हो जाता है हर कोई दीवाना कभी-कभी |
यूँ तो हमारा प्यार ठहर सा जाएगा |
तुम भी मुझे देख कर शरमाना कभी-कभी |
संगदिल दुनियावालों की तंग नजरों से बच कर |
दिन ढले मेरे पास चली आना कभी-कभी |
हमारी तरह तुम्हारी नींदें उड़ी हैं कि नहीं |
और भी दिल की बातें बतलाना कभी-कभी |
रोशनी की तलाश में तुम तक पहुँचे हैं |
चेहरे से जुल्फों का साया हटाना कभी-कभी |
दिन-रात तुम्हें देख कर जीता है “महिवाल” |
तुम भी इस अदा पर मर जाना कभी-कभी |
राहुल रंजन महिवाल
भारतीय प्रशासनिक सेवा
जिलाधिकारी
अमरावती, महाराष्ट्र
bhut hi sundar rachna….