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खेल कूद मंत्रालय के सहायक निदेशक ने मुंगेर के खिलाड़ियों से की मुलाकात

लालमोहन महाराज, मुंगेर .इंडोर स्टेडियम मुंगेर स्थित खो-खो ग्राउंड के प्रांगण में पहली बार कला, संस्कृति एवं युवा विभाग बिहार सरकार खेलकूद मंत्रालय (क्रीड़ा विभाग) के सहायक निदेशक व युवा कल्याण (मुख्यालय) के नए उपनिदेशक संजय कुमार का स्पोर्ट्स प्रमोटर एवं मुख्यमंत्री अवार्डी हरिमोहन सिंह के विशेष अनुरोध पर आगमन हुआ। उनका स्वागत मुंगेर जिला खो-खो संघ सेक्रेट्री व जनकल्याण शिवशक्ति हरिमोहन फाउंडेशन के फाउंडर हरिमोहन सिंह ने माला पहनाकर एवं बड़ी दुर्गा माता की प्रतिमा प्रदान कर किया। साथ ही उनको बिहार सरकार खेलकूद मंत्रालय (क्रीड़ा विभाग)  के सहायक निदेशक व युवा कल्याण (मुख्यालय) के नए उपनिदेशक बनाएं जाने पर शुभकामनाएं दी।मौके पर खेल प्रशिक्षक राजाराम सिंह मुंगेर के  राष्ट्रीय खो-खो पुरुष एवं महिला खिलाड़ी अंकित निषाद , नीतीश , अनुवृत्ति , रिया रैना , आयशा,नीतीश, मुंगेर जिला एसोसिएशन ऑफ पीडब्लूडी , पैरा स्पोर्ट्स , जनकल्याण शिव शक्ति हरिमोहन फाउंडेशन के दिव्यांग मिक्कू झा , सुजीत कुमार, अंकिता, सोनाली , रोहित जंप रोप के नीतीश कुमार , मोहित कुमार , शिवम् कुमार सहित दर्जनों की संख्या में खिलाङी मौजूद थे । युवा कल्याण विभाग के उप निदेशक संजय कुमार ने सभी खिलाड़ियों से मुलाकात कर उन सबों से जुड़े हुए खेल की जानकारी ली । साथ ही भविष्य में और भी बेहतर प्रदर्शन करने को लेकर शुभकामनाए दी । साथ ही आगे बढ़ाने में हर संभव मदद करने की बात कहीं । हरिमोहन सिंह ने बिहार सरकार खेलकूद मंत्रालय (क्रीड़ा विभाग)  के सहायक निदेशक  के मुंगेर आगमन पर आभार प्रकट किया । साथ ही बहुमूल्य समय देकर खिलाड़ियों की हौसला अफजाई करने को लेकर धन्यवाद दिया। साथ ही मुंगेर जिला के खेल-खिलाड़ियों की परेशानियों से भी उन्हें अवगत कराया। खो-खो एसोसिएशन ऑफ बिहार , जनकल्याण शिव शक्ति हरिमोहन फाउंडेशन, रोप एसोसिएशन ऑफ बिहार , स्पेशल ओलंपिक भारत मुंगेर , बिहार पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन , फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया बिहार मुंगेर चैप्टर के प्रतिनिधि भी मौजूद थे।

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सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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