जमालपुर में अवैध रूप से चल रहे लॉटरी खेल का मामला मुंगेर एसपी के यहां पहुंचा
लाल मोहन महाराज, मुंगेर .अवैध कारोबार के लिए चर्चित लौह नगरी जमालपुर में प्रतिबंधित लॉटरी के खेल के विरुद्ध स्थानीय राजनीतिक तथा सामाजिक कार्यकर्ता मुखर होने लगे हैं। सोमवार को शहर के आधा दर्जन सामाजिक तथा राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने पुलिस अधीक्षक जेजे रेड्डी से मुलाकात कर जमालपुर में प्रतिबंधित लॉटरी पर पूर्णरूपेण रोक लगाने की मांग की है। सात सदस्यीय शिष्टमंडल में शामिल बबलू पासवान के नेतृत्व में मुंगेर पुलिस अधीक्षक से भेंट कर समस्याओं से अवगत कराते हुए अपनी मांगों के समर्थन में ज्ञापन सौंपा। शिष्टमंडल में संजय केसरी, राकेश तिवारी, साईं शंकर, गौतम आजाद, राजेश मंडल, मनोज मंडल शामिल थे। पुलिस अधीक्षक जेजे रेड्डी को सौंपे ज्ञापन में शिष्टमंडल के सदस्यों ने कहा कि लॉटरी एक सामाजिक बुराई है। बिहार में पूर्णरूपेण प्रतिबंध के बावजूद जमालपुर लौह नगरी में अवैध रूप से चालू है, इस पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। शिष्टमंडल में शामिल सदस्यों ने ज्ञापन में आगे कहा है कि बिहार सरकार के दिशा निर्देश एवं माननीय न्यायालय के फैसले के बावजूद जमालपुर लौहनगरी के लोगों को लॉटरी की यह बुराई बर्बाद कर रही है। लॉटरी के लालच में कम आय वर्ग के लोग और दैनिक वेतन भोगी फंस रहे हैं। लॉटरी के खेल में संलिप्त लोग कर्जदार हो रहे हैं एवं मानसिक रूप से विक्षुब्ध होने के कारण वे लोग अन्य क्राइम में उतर आते हैं, जिसके कारण शहर में शांति व्यवस्था भंग हो जाती है तथा लॉ एंड ऑर्डर की समस्याएं उत्पन्न हो जाती है।
शहर के तमाम सामाजिक, राजनीतिक कार्यकर्ताओं एवं बुद्धिजीवियों ने इस पर चिंता जताते हुए कहा कि अति शीघ्र इस पर पूर्णरूपेण प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। पुलिस अधीक्षक जेजे रेड्डी ने शिष्टमंडल में शामिल सदस्यों की बातें सुनने के बाद आश्वस्त किया कि जहां-जहां भी प्रतिबंधित लॉटरी के अलावा अन्य अवैध कार्य हो रहे हैं, उस पर अविलंब रोक लगाया जाएगा। शिष्टमंडल ने एसपी के अलावा जिलाधिकारी,
जिला जज मुंगेर, पुलिस उपमहानिरीक्षक, मुंगेर प्रक्षेत्र, पुलिस महानिदेशक, बिहार, मुख्य न्यायाधीश उच्च न्यायालय, पटना, मुख्यमंत्री कार्यालय, पटना को भी प्रतिलिपि भेजी है। उल्लेखनीय हो कि जमालपुर के अलावा मुंगेर शहर एवं नौवागढ़ी ग्रामीण इलाके सहित आदि स्थानों पर भी प्रतिबंधित लॉटरी का खेल बेरोकटोक जारी है। इन क्षेत्रों में अवैध कारोबार भी बड़े पैमाने पर फल फूल रहे हैं। लोग अब पुलिस की भूमिका पर भी सवाल उठाने लग गए हैं कि आखिर अवैध कारोबार बिना पुलिस की सांठगांठ से कैसे इन क्षेत्रों में संचालित हो रहा है।