जमुई में पत्रकार की दिनदहाड़े हुई हत्या की विभिन्न पत्रकार संगठनों ने की कड़ी निंदा
बिहार में अविलंब लागू हो पत्रकार सुरक्षा कानून
– हत्याकांड में शामिल अपराधियों को मिले फांसी की सजा
लालमोहन महाराज, मुंगेर
मुंगेर प्रमंडल के जमुई जिला के सिमुलतला के एक दैनिक समाचार पत्र के संवादाता गोकुल कुमार को दिनदहाड़े गोलियों से भून दिए जाने से पत्रकारों में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। घटना की कड़ी निंदा विभिन्न पत्रकार संगठनों के राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर के नेताओं ने किया है। नेशनल जर्नलिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय प्रवक्ता रंजीत विद्यार्थी ने घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि समाज के सजग प्रहरी को इस तरह मौत का नींद सुला देना लोकतंत्र के लिए खतरा है। भ्रष्ट नेताओं एव प्रशासन के भ्रष्ट अधिकारियों से जहां जनता की उम्मीदें टूट चुकी है। वहीं समाज के सजग प्रहरी पत्रकारों से जनता को काफी उम्मीदें हैं। इस स्थिति में अगर पत्रकारों की हत्याएं होती रहेंगी तो आखिर लोकतंत्र की रक्षा कैसे होगी। श्री विद्यार्थी ने आगे कहा कि भारत में जहां न्यायपालिका, कार्यपालिका एवं विधायिका को उचित सुविधाएं एवं सुरक्षा व्यवस्था मुहैया कराया जाता है , वही लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पत्रकारों को शासन प्रशासन के द्वारा किसी भी प्रकार का सुरक्षा मुहैया नहीं कराया जाना चिंता का विषय है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तथा डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से पत्रकार गोकुल कुमार हत्याकांड में शामिल अपराधियों को अविलंब गिरफ्तार कराने, स्पीडी ट्रायल चलाकर हत्यारे को फांसी की सजा दिलाने तथा पीड़ित पत्रकार के परिजनों को दस लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की है। साथ ही राष्ट्रीय प्रवक्ता ने चेतावनी दी है कि अगर शासन प्रशासन मामले को गंभीरता से नहीं लिया तो सड़क से लेकर सदन तक चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा। श्री विद्यार्थी ने महागठबंधन दल के नई सरकार से अविलंब बिहार में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने की मांग की है। वहीं दुसरी ओर भारतीय पत्रकार संघ के बिहार प्रदेश अध्यक्ष लालमोहन महाराज ने कहा कि सूबे में एक साजिश के तहत भ्रष्ट जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के द्वारा पत्रकारों को निशाना बनाया जाता है। साथ ही साथ एक योजनाबद्ध तरीके से हत्याएं भी कराई जाती है। दर्जनों पत्रकारों की हत्याएं हो चुकी है। हत्यारों को स्पीडी ट्रायल चलाकर सजा दिया जाना अनिवार्य है। लेकिन अभी तक पत्रकार के हत्यारे को फांसी की सजा नहीं दी जा सकी है। भ्रष्ट नेताओं के द्वारा पत्रकारों को निशाना बनाया जा रहा है। बिहार में पत्रकारों की लगातार हत्याएं हो रही है और पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है। एनजेए के प्रदेश प्रवक्ता सुनील कुमार गुप्ता ने भी घटना की कड़ी निंदा करते हुए कांड में शामिल अपराधियों को फांसी की सजा दिलाए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ खतरे में है। इस स्तभ को बचाने की जरूरत है।