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जी-20 : अतिथियों की अगवानी के लिए चमकेंगे यूपी के शहर

आशुतोष शुक्ल,लखनऊ

जी-20 : अतिथियों की अगवानी के लिए चमकेंगे यूपी के शहर

*वैश्विक अतिथियों की खातिरदारी व सुरक्षा के होंगे विशेष प्रबंध*

लखनऊ। वसुधैव कुटुम्बकम के ध्येय वाक्य के तहत समूचा विश्व एक परिवार है, इस संकल्प के जरिए भारत इस साल जी-20 देशों की मेजबानी कर रहा है। दुनिया की 60 फीसदी आबादी, 80 प्रतिशत इकोनॉमी और 75 प्रतिशत ग्लोबल ट्रेड पर नियंत्रण रखने वाले 20 देशों के समूह के 11 कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में होंगे। दुनिया के दिग्गज राष्ट्रों से आने वाले गणमान्य अतिथियों के स्वागत के लिए यूपी में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि इनके आतिथ्य में कहीं कोई कमी नहीं होनी चाहिए। वैश्विक बिरादरी के अतिथियों की हर- सुख सुविधा का विशेष ख्याल रखते हुए अपनी तैयारी को जल्द से जल्द पूरा करें।

*अनूठा व यादगार अनुभव लेकर लौटें मेहमान*
सीएम योगी ने अधिकारियों को दिये निर्देश में स्पष्ट किया है कि ‘यूपी में ”जी-20” सम्मेलन हमारे पास बड़े अवसर के रूप में आया है। इस विशेष अवसर का लाभ, शहरी इंफ्रास्ट्रक्चर को और ज्यादा आधुनिक बनाने में करें। सम्मेलन वाले शहरों में यातायात व्यवस्था को और उच्चीकृत करना होगा। जी-20 सम्मेलन प्रदेश की कला, संस्कृति और विरासत को दुनिया के सामने प्रस्तुत करने का बड़ा मंच बनेगा। इसके लिए अभी से पूरी योजना बना लें। विदेशों से आने वाले अतिथि उत्तर प्रदेश से सुखद और यादगार अनुभव लेकर जाएं, इसके लिए सभी जरूरी इवेंट्स और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की पूरी रूपरेखा तैयार करते हुए अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने का कार्य जल्द से जल्द कर लें।’

*अतिथि देवता भव के हों भाव: योगी*

यूपी आतिथ्यभाव व खाने-पीने के लिहाज से समृद्धशाली राज्य है। सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि खान-पान से संबंधित स्थानीय लजीज व्यंजनों का चयन करने के साथ ही अलग – अलग देशों से आने वाले अतिथियों की पसंद का भी ध्यान रखा जाए। इसके अलावा अतिथियों को भेंट देने के लिए ओडीओपी के उपहारों को वरीयता दी जाए। अतिथियों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखते हुए उनके रहने के लिए सर्वोतम स्थान चुना जाए। एयरपोर्ट, सड़क, सार्वजनिक स्थानों, होटल आदि में अतिथियों के सत्कार के लिए विशेष तौर पर सांस्कृतिक कार्यक्रम और स्थानीय नृत्य-कलाओं का प्रदर्शन किया जाए। इसके अलावा अतिथियों को हाईस्पीड इंटरनेट सुविधा उपलब्ध कराई जाए।

*संस्कृति, पर्यटन विभाग ने कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार करने में जुटे*

संस्कृति और पर्यटन विभाग की ओर से जी-20 सम्मेलन के अतिथियों के स्वागत के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रूपरेखा तय करने का कार्य अंतिम चरण में है। सीएम के निर्देश पर शहरी विकास विभाग के प्रमुख सचिव के नेतृत्व में एक कमेटी का गठन पहले ही किया जा चुका है। इसके अलावा आगरा, लखनऊ, वाराणसी और मेरठ के मंडलायुक्त अपने डिवीजन के अंतर्गत आने वाले शहरों में तैयारियों को लेकर कार्ययोजना बनाने और उनके क्रियान्वयन में जुटे हुए हैं। शहरी विकास विभाग के प्रमुख सचिव की ओर से विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ जी-20 सम्मेलन को लेकर बैठकें हुई हैं। इसके अलावा मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र भी पूरे आयोजन को लेकर की जा रही तैयारियों की अपने स्तर पर समीक्षा कर रहे हैं। बीते दिसंबर में ही पीएम नरेन्द्र मोदी व योगी के बीच जी-20 सम्मेलन को लेकर विस्तार से चर्चा हुई है।

*प्रदेश में जी-20 सम्मेलन के होंगे 11 कार्यक्रम*
गौरतलब कि यूपी में फरवरी से लेकर अगस्त तक अलग-अलग दिवसों में जी-20 सम्मेलन से संबंधित कुल 11 कार्यक्रम होने हैं। इन्हें मुख्य रूप से तीन स्तरों में बांटा गया है। जिसमें पहली हाई लेवल मिनिस्ट्रियल मीटिंग, दूसरी वर्किंग ग्रुप/सीनियर लेवल मीटिंग और तीसरी इंगेजमेंट ग्रुप/स्टेक होल्डर्स मीटिंग है।

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सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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