पहला पन्ना

तास के पत्तों की तरह बिखर जाएगा विपक्ष का कुनबा : मंगल पांडेय

पटना,  तेवरऑनलाइन।  तथाकथित महागठबंधन में चल रही नूराकुश्ती पर स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने तीखा प्रहार करते हुये कहा कि सत्ता के स्वार्थ के लिए महागठबंधन के नेता किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। ऐसे नेताओं की लिप्सा के कारण न सिर्फ महागठबंधन का बंधन ढीला पड़ने लगा है बल्कि बहुत जल्द महागठबंधन का कुनबा तास के पत्तों की तरह बिखर जाएगा।

पांडेय ने कहा कि महागठबंधन का हाल यह है कि घटक दल के कोई नेता विष पीने को तैयार है, तो कोई चुनावी समरांगण में दोस्ताना संघर्ष करने को तैयार है। यह बात दीगर है कि महागठबंधन के नेता दो दिन पहले मंच साझा करते हुए समाजवाद का ढिंढोरा पीट रहे थे। एनडीए के खिलाफ सड़क पर उतरने की बात कर रहे थे, लेकिन मंच से उतरते ही समाजवाद को ठेंगा दिखाते हुए अवसरवाद पर उतर आए। इसलिए नीतिविहीन महागठबंधन का लोहिया के आदर्शों पर चलने की बात सिर्फ ढकोसला है। उन्होंने कहा कि राजद के सामने महागठबंधन के घटक दलों की एक भी नहीं चल रही है। हाल यह है कि उपचुनाव को लेकर महागठबंधन की बैठक तो हुई, लेकिन सीट शेयरिंग और प्रत्याशी उतारने को लेकर राजद ने घटक दलों से राय तक नहीं ली। कल एक ओर सहरसा  के सिमरी बख्तियारपुर में महागठबंधन के तथाकथित नेता की चुनावी सभा में कुर्सियां चल रहीं थीं, तो दूसरी ओर महागठबंधन के दो नेता एक-दूसरे को अपनी व्यथा सुना बड़े नेताओं पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे थे।

editor

सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button