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नीरज कुमार ने शिशु विकास योजना को बदनाम करने की साजिश का किया खुलासा

पटना। ए3एन कंपनी के संस्थापक नीरज कुमार ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुये प्रधानमंत्री शिशु योजना से अपनी संस्था शिशु विकास योजना की संलग्नता से इंकार करते हुये कहा कि उनका और उनकी संस्था का इस प्रधानमंत्री शिशु योजना से कोई संबंध नहीं है। वह मुख्य रूप से शिशु विकास योजना से जुड़े हुये हैं, जो बच्चों के विकास के लिए बनाई गयी है। उन्होंने बताया कि कुछ लोग गलत तरीके से प्रधानमंत्री शिशु योजना के नाम से जालसाली कर रहे हैं। मिलता जुलता नाम होने की वजह से उनका नाम भी गलत तरीके से प्रधानमंत्री शिशु योजना में घसीटा जा रहा है जबकि उनका इससे कोई लेना देना नहीं है।
उन्होंने कहा कि उनकी संस्था 22 राज्यों में सक्रिय है। उनकी संस्था बच्चों के हितों के लिए बेहतर काम कर रही है। नीरज कुमार ने कहा कि कुछ लोग प्रधानमंत्री शिशु योजना के नाम से संस्था बनाकर गलत तरीके से बच्चों से पैसों की उगाही कर रहे हैं। नीरज कुमार ने कहा कि हमने जब इस संस्था का निर्माण किया तो उसका नाम सिर्फ शिशु विकास योजना रखा था और अपनी कार्यप्रणाली को भी बिलकुल उससे भिन्न रखा था। अपनी संस्था का रजिस्ट्रेशन से लेकर सभी कानूनी प्रमाणपत्र हासिल किया था। नीरज कुमार ने बताया कि कुछ लोगों ने जालसाजी कर हमें और हमारे संस्थान को बदनाम करने की साजिश की है। इसकी जब जांच की गयी तो फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। इस अवसर पर नीरज कुमार ने अपनी संस्था शिशु विकास योजना से संबंधित सारे कागजात भी दिखाये। साथ ही उन्होंने लोगों को फर्जी तरीके से प्रधानमंत्री शिशु विकास योजना को चलाने वाले लोगों से भी सावधान किया है ताकि वे किसी तरह की ठगी का शिकार न हो।

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सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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