इन्फोटेन

पंजाबी फिल्म मियां बीबी राजी तो की करेंगे भाजी का मुहूर्त धूमधाम से हुआ

मुंबई। मुंबई के फ्यूचर स्टूडियो में पंजाबी फिल्म मियां बीबी राजी तो की करेंगे भाजी का मुहूर्त धूमधाम से किया गया। यह एक कॉमेडी फिल्म है। और इस फिल्म में मुख्य भूमिका मशहूर गायक और राजनीतिज्ञ हंसराज हंस के बेटे युवराज हंस निभा रहे हैं। फिल्म के प्रोड्यूसर अनिल मेहता और निर्देशक हैरी मेहता है। अभिनेत्री शहनाज है।

फिल्म के निर्देशक हैरी मेहता ने बताया कि जैसा कि नाम से ही पता चल रहा है इस फिल्म में मनोरंजन का पूरा ध्यान रखा गया है। यह कॉमेडी से भरी हुई है। प्रत्येक सीन को बेहतर बनाने के लिए मैं पूरी कोशिश कर रहा हूं। फिलहाल गाने की शूटिंग चल रही है।

फिल्म के प्रोड्यूसर अनिल मेहता ने कहा कि मानसिक तनाव के इस दौर में लोगों को हंसना हंसाना बहुत जरूरी है। इसलिए विशुद्ध रूप से एक कॉमेडी फिल्म बनाने का निर्णय लिया है। दर्शकों को स्वस्थ मनोरंजन करने के लिए खास तौर पर ध्यान दिया गया है। फिल्म की शूटिंग शुरू हो गई है, पूरी टीम समय पर फिल्म को कंप्लीट करने के लिए व्यवस्थित तरीके से अपने काम को अंजाम दे रही है। यह खुशी की बात है कि हंसराज हंस के बेटे युवराज हंस इस फिल्म में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। वह अपने पिता की तरह ही एक प्रतिभाशाली व्यक्ति हैं।

युवराज हंस ने कहा कि इस फिल्म में काम करने के दौरान उन्हें बहुत कुछ सीखने और समझने का भी मौका मिल रहा है। टीम के तमाम लोग काफी सहयोग कर रहे हैं। इस फिल्म में मेरी भूमिका भी कुछ इस तरह की है कि उसे निभाने में मुझे काफी मजा आ रहा है। निश्चित तौर पर दर्शक इस फिल्म को काफी पसंद करेंगे।

अभिनेत्री शहनाज ने बताया कि उनके लिए आप खुशी की बात है कि इस फिल्म में युवराज हंस के साथ काम कर रहे हैं। फिर मैं उनकी भूमिका भी काफी रोचक है।
फिल्म में पंजाब की संस्कृति और पंजाबी मानसिकता खुलकर के नजर आएगी।

editor

सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button