चाइल्ड बाइट

बच्चों ने दी टीम इंडिय़ा को बधाई

 

विश्वकप क्रिकेट टूर्नामेंट के दौरान बड़ों के साथ ही बच्चों में भी खासा उत्साह दिखा। 28 सालों बाद मिली जीत को स्कूली बच्चों ने अपने तरीके से महसूस किया तथा इस जानकारी के साथ की 1983  में मिली जीत के बारे में पढ़ा एवं सुना था, 2011 की इस शानदार जीत के हम सब गवाह  हैं।

 तेवर ऑनलाइन के माध्य़म से इन बच्चों ने टीम इंडिय़ा के लिये अनिता गौतम से बातचीत कर अपने बधाई संदेश दिये।

कार्मेल स्कूल की कक्षा 4 और 2 की छात्रा अकांक्षा एवं अंजली ने टीम इंडिया को उसकी शानदार जीत पर बधाई दी। जीत पर अत्यंत उत्साहित आकांक्षा ने बताया कि भारत की यह विजय हम भारतीयों के लिये अति गौरव की बात है। अंजली के लिये इस यादगार मैच में धोनी का छक्का सबसे शानदार था । अपने छक्को से पहले भी जीत दिलाने वाले इस भारतीय कप्तान को सलाम।

 हॉली ट्रिनीटी की छात्रा मनस्वी एवं नर्सरी के छात्र अनुराग शर्मा भारत की जीत पर काफी खुश हैं। अनुराग क्रिकेट को समझने के लिये काफी छोटे थे परंतु उन्हें भारत के जीतने की जानकारी थी। उन्होंने बताया कि घर में सभी मैच देख रहे थे, तभी मैं जानता था कि भारत का फइनल   चल रहा है। जीत के बाबत उनका कहना था कि सुबह उन्हें उनके पापा से पता चला कि भारत कप जीत गया है और वे काफी खुश हैं।

मेघा कुमारी, सेंट  जोसेफ कॉनवेंट, पटना की कक्षा 7 की छात्रा हैं । उनके लिये यह जीत अपेक्षित था क्योंकि भारतीय क्रिकेट टीम दूसरी टीमों से अच्छी स्थिति में थी। सेंट जोसफ की ही अन्य छात्रा स्मिता श्रीवास्तव भी धोनी एवं उनके धुरंधरों को बधाई देती हैं।

सेंट माइकल हाई स्कूल के छठी कक्षा के छात्र किसलय कुमार एवं निहित सिन्हा ने वेल डन इंडिया कहा । उनके पसंदीदा खिलाड़ी सचिन के लिये धोनी का यह तोहफा लाजवाब है। इंजीनियरिंग की तैयारियों में लगी छात्रा अंकिता के अनुसार संतुलित खेलते हुये भारतीय टीम ने विश्व विजय किया है। उनके अनुसार पूरे दौर में पढ़ाई बाधित होती रही परंतु भारत की जीत ने सारी कमियों को पूरा कर दिया।

रेडियेंट स्कूल के सीबीएससी 2011 के बोर्ड परीक्षार्थी कनिष्क शेखर को इस बात का मलाल था कि अपनी परीक्षा की तैयारियों में वे प्रत्येक मैच का मजा नहीं ले सके । फाइनल जिसे उन्होंने पूरे ओवर देखा, उसमें भारत जीत गया, टीम इंडिया को बधाई । इस बीच उन्होंने नैनीताल के सैनिक स्कूल में पढ़ने वाले अपने छोटे भाई की कमी को सिरे से महसूस किया ।

डीएवी की कक्षा 3 एवं 1 की छात्रा सत्या एवं सौम्या ने बताया कि वे  पूरा खेल तो नहीं देख सकी क्योंकि उनकी मम्मी ने उन्हें सुला दिया था। पर देर रात पटाखों की आवाज ने उन्हें यह अहसास करा दिया कि भारत ने फाइनल जीत लिया है और वे काफी खुश हैँ। डॉनबॉस्को में 5 वीं का छात्र युवराज टीम इंडिया की जीत पर काफी खुश है। उसने सभी मैच का आनंद उठाया है पर फाइनल जीतने के लिये धोनी को बधाई।

रिद्धि , नॉट्रेडैम की कक्षा 4 की छात्रा है। उसकी खासी रूचि क्रिकेट में है परन्तु पढ़ाई और परीक्षा ने मैच को बाधित किया। I.C.S.E बोर्ड परीक्षार्थी अमृतेश का दर्द भी यही था कि उसकी बोर्ड परीक्षा के समय में ही विश्व कप क्रिकेट का आयोजन हुआ इसलिए सिर्फ सेमी फाइनल और फाइनल को ही पूरा देख सका । विजयी भारत को बधाई।

मोहित वत्स  एवं मोहिणी वत्स संत माइकल एवं नॉट्रेडैम में क्रमश: 6 ठी एवं 5 वीं के छात्र हैं । दोनों भाई बहनों ने पूरे मैच का लुत्फ उठाया तथा पटाखे छोड़कर भारत की जीत पर अपनी खुशी व्यक्त की। लोयोला हाई स्कूल के आदर्श कुमार 8 वीं के छात्र हैं।उन्होंने भी टीम इंडिया को हार्दिक बधाई दी।

 उजाला गुप्ता, वैशाली गुप्ता एवं विशाखा गुप्ता सेंट जोसफ कॉनवेंट में कक्षा 10 वीं, 9 वीं एवं 8 वीं की छात्रा हैं।तीनों बहनों ने चहकते हुए इस अलौकिक अनुभव के लिये टीम इंडिया को हार्दिक बधाई दी। उनके अनुसार भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भारत के लिये एक सुनहरे अक्षरों में इतिहास लिख दिया है। हम सभी भारतीयों के लिये यह गौरव की बात है। यकीनन यह नये साल के तोहफे की तरह है।

संत जेवियर स्कूल के 5वीं के छात्र अतुल सारंग ने भी टीम इंडिया और उसके रणबाकुरों को इस ऐतिहासिक जीत के लिये बधाई दी है। टी. रजा हाई स्कूल के दूसरी कक्षा के छात्र फरहान रजा को कार्टून देखना ज्यादा अच्छा लगता है पर विश्व कप के फाइनल के दौरान वे मैच में ही मगन रहें।

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