इन्फोटेन

मजेदार कहानी और खूबसूरत किरदारों से सजी फिल्म ‘साढ़ु जी नमस्ते’ जल्द दर्शको का मनोरंजन करेगी

अनुराग मूवीज के बैनर तले बनी फिल्म ‘साढ़ु जी नमस्ते’ जल्द दर्शको का मनोरंजन करने आ रही है . फिल्म की शूटिंग पूरी कर ली गई है और इन दिनों पोस्ट प्रोडक्शन का काम जोरो शोरो से किया जा रहा है. फिल्म का नाम जितना आकर्षित कर रहा है उतना ही फिल्म भी दर्शको का मनोरंजन करेगी क्योंकि फिल्म का कांसेप्ट ही काफी यूनिक और दमदार है .

निर्माता सुबीर कुमार और यशवंत कुमार ने फिल्म को लेकर अपनी ख़ुशी जाहिर की है और फिल्म भोजपुरी इंडस्ट्री में अब तक की सबसे अलग फिल्म होगी इस बात का दावा किया है वही फिल्म के निर्देशक रजीत महापात्रा ने अपनी फिल्म को बेहद खास और दर्शको के मनोरंजन के अनुरूप तैयार किया है. फिल्म के लेखक पप्पू प्रीतम है.

फिल्म के कलाकारों की बात करे तो फिल्म में सुधीर कमल, माहि खान, प्रियरंजन सिंह, सुजीत सुगना, नीलू नीलम, सुजीत सार्थक, प्रदीप शर्मा, रत्नेश बर्णवाल और राजेश गुप्ता जैसे मझे हुए कलाकार नजर आएँगे. फिल्म में कुछ नए कलाकार भी नजर आएँगे क्योंकि नए चेहरों को भी फिल्म में मौका दिया गया है . वही फिल्म इंडस्ट्री के जाने पहचाने चेहरे भी दिखाई देंगे .

फिल्म में संगीत काफी कर्णप्रिय है जिसमे संगीत रजनीश मिश्रा द्वारा दिया गया है और गीत संतोष उत्पति ने लिखे है . यक़ीनन फिल्म का गाना दर्शको की जुबान पर जरूर आएगा. वही फिल्म के दमदार डांस को कुमार प्रीतम और गायन सिंह ने डायरेक्ट किया है . फिल्म का एक्शन प्रदीप खडका ने डायरेक्ट किया है , लाइन प्रोड्यूसर बबली चंद्रा और आर्ट विकास सहित मेकअप पिंटू का है . फिल्म का प्रचार प्रसार संजय भूषण पटियाला द्वारा किया जा रहा है .

सिनेमाघरों तक दर्शक फिल्म देखने जल्द नहीं जा रहे है लेकिन यह फिल्म दर्शको को सिनेमाघरों तक लाने में जरूर मजबूर कर देगी . क्योंकि फिल्म का कांसेप्ट, गाने और दमदार एक्शन फिल्म में चार चाँद लगा देंगे .

editor

सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button