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ललन सिंह ने दिलाई कांग्रेस नेता सदानंद सिंह के पुत्र शुभानंद मुकेश को जदयू की सदस्यता  

पटना। पटना के श्री कृष्ण मेमोरियल हॉल में जदयू द्वारा मिलन समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस के दिग्गज नेता दिवंगत सदानंद सिंह के पुत्र इंजीनियर शुभानंद मुकेश और भभुआ के पूर्व प्रत्याशी शंभू सिंह पटेल अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ जदयू में शामिल हो गये। मिलन समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह ललनने उन्हें जदयू की सदस्यता दिलाई।

इस अवसर पर पार्टी के राजीव रंजन सिंह ललन’  ने दिवंगत सदानंद सिंह को नमन करते हुए बताया कि जेपी आंदोलन के समय से उनका दिवंगत सदानंद सिंह जी से व्यक्तिगत संबंध रहा और उनके सरल स्वभाव के कारण विरोधी भी उनके कायल थे। उन्होंने कहा कि दिवंगत सदानंद सिंह के पुत्र शुभानंद मुकेश का पार्टी पर पूरा हक है और जिस सम्मान के वे हकदार हैं उन्हें जरूर मिलेगा। इस दौरान राजद के शासनकाल को याद करते हुए उन्होंने कहा कि 2005 से पहले बिहार की छवि इतनी खराब हो चुकी थी कि लोगों को बिहारी कहलाने में शर्मिंदगी उठानी पड़ती थी। 15 वर्षों में लालू-राबड़ी शासनकाल में बिहार की ऐसी दुर्दशा कर दी थी कि बिहार बिमारू राज्य के नाम से जाना जाता था। लेकिन आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार देश के सामने एक स्वस्थ राज्य बनकर खड़ा है। 2005 के बाद बिहार में हर क्षेत्र में परिवर्तन हुए।

उन्होंने पिछले दिनों आये नीति आयोग की रिपोर्ट पर कहा कि नीति आयोग का मूल्यांकन का मापदंड सही नहीं है। नीति आयोग बिहार की तुलना गुजरात, महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे राज्यों से न करे बल्कि बिहार के विकास की तुलना करनी है तो 2005 के पहले और 2020 के बाद के बिहार की तुलना करे, बिहार हर क्षेत्र में सर्वोच्य स्थान पर खड़ा मिलेगा। देश में पहली बार बिहार ने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए पंचायती राज और नगर निकाय के चुनावों में 50 प्रतिशत का आरक्षण दिया।वहीं सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 35 प्रतिशत का आरक्षण दिया। राज्य में 10 लाख जीविका समूह का गठन किया गया। जिसका नतीजा है कि आज ग्रामीण क्षेत्रों की करोड़ों महिलाएं जीविका समूह के माध्यम से स्वावलंबी बन चुकी हैं। शिक्षा के क्षेत्र में मुख्यमंत्री ने जो काम किया वह असाधारण है। आज बिहार में प्लस टू में लड़के और लड़कियों की संख्या लगभग बराबर हो चुकी है। लड़कियों को स्कूलों से जोड़ने के लिए साइकिल और पोशाक योजना चलाई गई। शिक्षा के क्षेत्र में आज बिहार के चार जिले पूरे देश में टॉप पर हैं।

उन्होंने बताया कि राज्य की महिलाओं की मांग पर बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून को लागू किया गया। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि जो लोग शराब के अवैध कारोबार में लिप्त हैं और जिनके लोग इस अवैध कारोबार को चला रहे हैं वे लोग ही बिहार में शराबबंदी के खिलाफ माहौल बना रहे हैं। बिहार में शराबबंदी कानून लागू है और आगे भी लागू रहेगा। इस अवैध कारोबार में लिप्त लोगों को सरकार किसी भी कीमत पर छोड़नेवाली नहीं है। नीतीश कुमार के राज में न किसी को बचाया जाता है और न फंसाया जाता है लेकिन जो लोग गड़बड़ करेंगे वे नहीं बख्शे जाएंगे। उन्होंने बताया कि बिहार सरकार किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए लगातार काम कर रही है। राज्य के 25 जिलों के किसानों को जैविक खेती के लिए प्रति एकड़ साढ़े 11 हजार रूपए दिए जाएंगे। किसानों के मेहनत का ही प्रतिफल है कि बिहार का विकास दर पिछले कई वर्षों से 10 से 11 प्रतिशत के बीच है। सरकार ने कृषि रोड मैप बनाकर किसानों को प्रोत्साहित करने का काम किया। किसानों को सिंचाई के लिए अलग से सस्ती बिजली उपलब्ध कराई जा रही है। जिसका परिणाम है कि बिहार को लगातार तीन वर्षों तक कृषि कर्मण पुरस्कार मिला।

वहीं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कहलगांव से पूर्व प्रत्याशी इंजीनियर शुभानंद मुकेश एवं भभुआ के पूर्व प्रत्याशी शंभू सिंह पटेल समेत पार्टी में शामिल होनेवाले सभी लोगों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि शुभानंद मुकेश एवं शंभू सिंह पटेल के पार्टी में शामिल होने से संगठन को मजबूती मिलेगी। उन्होंने कहा कि दिवंगत सदानंद बाबू जनता की सेवा के लिए हमेशा तत्पर रहते थे और अपना पूरा जीवन लोगों की सेवा में समर्पित कर दिया। उन्होंने पार्टी में शामिल होनेवाले सभी लोगों को भरोसा दिलाया कि पार्टी में उनके मान-सम्मान का पूरा ख्याल रखा जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के व्यक्तित्व पर चर्चा करते हुए कहा कि उनका व्यक्तित्व इतना विराट है कि उसे शब्दों की सीमा से बांधा नहीं जा सकता है। बिहार के विकास के लिए जो ऐतिहासिक काम किया वह देश और दुनिया के लोग देख रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कुशल नेतृत्व का ही नतीजा है कि बिहार की जनता ने लगातार चौथी बार काम करने का मौका दिया। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं से 2024 के लोकसभा और 2025 के विधानसभा चुनावों की तैयारी में अभी से ही जुट जाने का आह्वान किया।

इस अवसर पर अशोक चौधरी ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में बिहार विकास की ऊंचाईयों को छू रहा है। उन्होंने पिछले 15 वर्षों में बिहार के विकास को गति दी और मूलभूत संरचना का निर्माण करने का काम किया। बिहार की एक बड़ी आबादी आजादी के इतने साल बाद भी पिछले पायदान पर थी उसे मुख्यमंत्री ने ताकत देने का काम किया और कल्याणकारी योजनाओं को धरातल पर उतारा। यही कारण है कि मुख्यमंत्री के चाहनेवालों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। हम भाग्यशाली हैं कि ऐसे नेतृत्व के साथ काम करने का मौका मिला है जिसने समाज को नई दिशा देने का काम किया और समाज के हर तबके का न्याय के साथ विकास किया।

वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री लेसी सिंह ने पार्टी में शामिल होनेवाले शुभानंद सिंह और शंभू सिंह पटेल समेत सभी लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उनके पार्टी में आने से पार्टी को और मजबुती मिलेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी में उनके मान-सम्मान का पूरा ख्याल रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि दिवंगत सदानंद सिंह को कांग्रेस में जो सम्मान मिलना चाहिए था वह उन्हें नहीं मिला।

वहीं दिवंगत सदानंद सिंह के पुत्र इंजीनियर शुभानंद मुकेश और भभुआ के पूर्व प्रत्याशी शंभू सिंह पटेल ने जदयू में शामिल होने पर खुशी जाहिर की और माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और जदयू में अपनी आस्था जताते हुए कहा कि पार्टी द्वारा जो जिम्मेवारी उन्हें सौंपी जाएगी वे उसे पूरी निष्ठा के साथ पूरा करेंगे।

इस अवसर पर माननीय मंत्री श्रवण कुमार, मंत्री सुनील कुमार, मंत्री संजय झा, मंत्री जयंत राज, राष्ट्रीय निर्वाचन अधिकारी अनिल हेगड़े, विधान पार्षद और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार, विधान पार्षद संजय सिंह, विधान पार्षद संजय गांधी, पार्टी के कोषाध्यक्ष ललन सर्राफ, मुख्यालय महासचिव मृत्युंजय कुमार सिंह, मुख्यालय प्रभारी वासुदेव कुशवाहा, मुख्यालय प्रभारी मनीष कुमार, विधानसभा सदस्य ललित मंडल और माननीय पूर्व विधान पार्षद दिलीप चौधरी, प्रदेश प्रवक्ता अरविंद निषाद, प्रदेश सचिव रणविजय कुमार, प्रदेश सचिव रंजीत झा, समेत पार्टी के कई नेतागण और कार्यकर्ता मौजूद थे।  कार्यक्रम का संचालन मुख्यालय महासचिव मृत्युंजय कुमार सिंह ने किया।

 

editor

सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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