लिटरेचर लव
शहीदों का सम्मान (कविता)
… न करते वो वलिदान,
तो आजादी एक सपना होता !
लालकिले पर फहराता झंडा,
पर नहीं वो अपना होता !!
गर अपनाते उनके आदर्शो को,
संसार में शर्मिंदा न होना होता !
भ्रष्टाचार, बेकारी, गरीबी और
साम्प्रदायिकता से न जूझना होता !!
बनेंगे अच्छे नागरिक, देशभक्त,
न छोड़ेंगे किसी को भूखा और रोता,
सौगंध शहीदों की खाते है,
बनायेंगे भारत को विश्व विजेता !!