पहला पन्ना

सामाजिक न्याय सदभावना दिवस  के रूप में मनाया गया लालू यादव का जन्मदिन

पटना।  राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद जी के 74 वें जन्मदिन को सामाजिक न्याय सदभावना दिवस  के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर लोगों को भोजन कराया गया और उपहार बाँटे गये। पार्टी के राज्य कार्यालय में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। अनेक विधायकों और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की उपस्थिति में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सह विधायक तेज प्रताप यादव ने रक्तदान शिविर का उद्घाटन किया।

राज्यसभा सांसद डॉ॰मीसा भारती के दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर पूर्व मुख्यमंत्री राबडी देवी एवं परिवार के अन्य सदस्यों की उपस्थिति में लालू यादव ने बर्थ-डे केक काट कर अपना 74 वाँ जन्मदिन मनाया । जबकि बिहार सहित देश के अन्य राज्यों में भी शुभचिंतकों द्वारा लालू यादव के जन्मदिन पर  अपने-अपने ढंग से आयोजन कर उनके स्वस्थ और दीर्घ जीवन की कामना की गई।

राजद के प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन ने बताया कि  गरीबों के मुखर आवाज के रूप में लालू यादव की पहचान रही है। इसलिए उनके जन्मदिन पर राज्य के सभी जिलों, प्रखंडों, पंचायतों एवं गाँवों में गरीबों को भोजन कराया गया। भिन्न-भिन्न स्थानों पर भिन्न भिन्न तरह की तैयारी की गई है। कहीं चावल-दाल की व्यवस्था की गई थी, कहीं पूरी-खीर- सब्जी था तो कहीं पुरी-मिठाई खिलाया गया। अनेक जगहों पर डिब्बाबंद भोजन पॉकेट की व्यवस्था की गई थी। अनेक जगहों पर पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा  लालू यदव के जन्मदिन पर गरीब बच्चों के बीच मुफ्त में कपड़ा और पठन-सामग्री, बिस्कुट, चॉकलेट और टॉफी आदी बाँटी गई। कुछ स्थानों पर अस्पतालों में भर्ती मरीजों के बीच फल, ब्रेड, बिस्कुट और दूध आदि वितरित किये गये। अनेक लोगों ने इस अवसर पर धार्मिक अनुष्ठानों के द्वारा उनके बेहतर स्वास्थ्य और लम्बी उम्र की कामना की है।

राजद प्रवक्ता ने कहा कि जन्मदिन के अवसर पर  बड़ी संख्या में विभिन्न राजनीतिक  और सामाजिक संगठनों के साथ हीं  समाज के सभी क्षेत्रों और वर्गों के लोगों ने सोशल मीडिया और मोबाईल  द्वारा शुभकामना संदेशों के माध्यम से लालू जी के स्वस्थ और दीर्घ जीवन की कामना की है।

 

editor

सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button