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पूरा बिहार हुआ राममय, मोतिहारी में महिलाओं ने निकाली शोभायात्रा, कारसेवक भी हुए सम्मानित

संवाददाता, मोतिहारी। ayodhya ram mandir : 


ayodhya ram mandir : अयोध्या में श्रीराम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर पूरा बिहार राममय हो गया। हर गली मोहल्ले में प्रभु श्रीराम के स्वागत में कार्यक्रम रखे गए। मोतिहारी सहित पूरे बिहार में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के नेतृत्व में मुख्य कार्यक्रम रखे गए। मोतिहारी में पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सोमवार को विहिप द्वारा आयोजित कार्यक्रम में आधी अबादी ने बढ-चढकर हिस्सा लिया।

सैकड़ों की संख्या मे महिलाएं और बेटियां माथे पर कलश लेकर गायत्री मंदिर से भव्य शोभा यात्रा निकलीं। इसमें अद्भुत राम झांकी चल रही थी। वेद विधालय के छात्रों द्वारा संस्कृत में मंत्रोच्चारण हो रहा था। दूसरी ओर कारसेवा में भाग लेने वाले रामभक्तों को सम्मानित किया गया। वही शाम को रामभक्तों ने अपने अपने घरों में दीये जलाकर श्रीराम का स्वागत किया।

 

मोतिहारी में उपद्रवियों ने जुलूस पर फेंके पत्थर

दूसरी ओर मोतिहारी के हिन्दी बाजार से हिन्दू युवकों के जुलूस पर उपद्रवी ताकतों ने पत्थर चलाया, झंडा छीना और दंगा फैलाने का प्रयास किया। विहिप बजरंग दल ने इसकी भर्त्सना की है और प्रशासन से हमलावरों को शीघ्र गिरफ्तार करने की मांग की है। ऐसा नहीं होने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।

 

अशोक श्रीवास्तव ने किया नेतृत्व

संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन प्रसिद्ध चिकित्सक डाॅ हेना चन्द्रा और विहिप के बिहार झारखंड के विधि प्रकोष्ठ प्रमुख अशोक श्रीवास्तव अधिवक्ता कर रहे थे। शोभा यात्रा स्टेशन होते हुए नरसिंह बाबा मंदिर पहुंची, जहां बडे़ मंच पर कारसेवकों को डाॅ चन्द्रा परिवार की ओर से सम्मानित किया गया। गणेश वंदना पर कलाकारों ने नृत्य किया।

कारसेवकों का स्वागत

ayodhya ram mandir :  कारसेवकों में अशोक श्रीवास्तव अधिवक्ता कृषणकुमार जी, विनोद शर्मा, राजेश प्रसाद, गणेश प्रसाद, राकेश ठाकूर अधिवक्ता को भगवा गमछा और मोमेंटो देकर डाॅ चन्द्रा की ओर से स्वागत किया गया।

 

कारसेवकों को मिली सच्ची श्रद्धांजलि

कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के रूप में विहिप के बिहार झारखंड के विधि प्रकोष्ठ प्रमुख अशोक श्रीवास्तव अधिवक्ता ने पूरे सनातन समाज का आभार प्रकट किया जिन्होंने स्वतः स्फूर्त भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर पूरा वातावरण भजन-कीर्तन और पूजा पाठ से भक्तिमय कर दिया। उन्होंने कहा कि मुझे काफी गर्व हो रहा है कि मैं भी कारसेवा का छोटा सा हिस्सा था। आज प्राण प्रतिष्ठा से शहीद कारसेवकों को सच्ची श्रद्धांजलि मिल गई।

 

सबल हो हिंदू समाज : सुनील पांडेय

मुख्य वक्ता के रूप में आर एस एस के जिला संघचालक सुनील पाण्डेय ने बताया कि लाखों राम भक्तों के संघर्ष के बाद आज यह दिन देखने को मिल रहा है। हम संपूर्ण हिन्दू समाज की संगठित शक्ति ही इस प्रकार के कार्यो को कर पाया है। इसलिए संपूर्ण हिन्दू समाज अहलादित है। सभी को जाति- पाति मिटाकर कार्य करना चाहिए, जिससे हिन्दू समाज सबल हो सके।

 

आज खुशी का दिन

ayodhya ram mandir :  कार्यक्रम को संघ के कृष्ण कुमार जी, रविशंकर वर्मा, प्रो राजेश सिन्हा, डा सुभाष चन्द्रा, राकेश ठाकुर, उमेश सिंह, विहिप के देवेन्द्र कुमार सिंह, राष्ट्र सेविका समिति की प्रियंका नागवंशी, अरूण सिन्हा ने भी सम्बोधित किया। कहा कि आज का दिन संपूर्ण विश्व के हिन्दू समाज के लिए काफी खुशी का दिन है, जो हम अपनी आंखों से भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम देख रहे हैं।

राम के बिना हम सनातनी अधूरे: डाॅ हेना चंद्रा

अंत मे सभी को धन्यवाद देते हुए डाॅ हेना चन्द्रा ने कहा कि राम हमारे राष्ट्र हैं और माता सीता संस्कृति हैं। राम के बिना हम सनातनी अधूरे हैं। हमें भगवान राम के आदर्शो को आत्मसात करके चलना होगा तो निश्चित रूप से भारत विश्व गुरू पुनः बन जाएगा।

भंडारे में सैकड़ों ने ग्रहण किया प्रसाद

ayodhya ram mandir : अंत मे सैकड़ों लोगों ने भंडारा मे खिचड़ी प्रसाद के रूप में ग्रहण किया। मौके पर सैकडों माताओं बहनों के साथ-साथ विहिप के आनन्द प्रकाश, शेखर पांडेय, रतनेश राज, मनीष कुमार, बजरंग दल के हेमंत कुमार, राहुल सिंह, धर्मेन्द्र ठाकुर, आशुतोष कुमार, आनन्द सिंह, मधुरेंद्र सिंह, उद्धेश्य गुप्ता, अरविंद श्रीवास्तव, आलोक चन्द्र, संघ के जितेन्द्र त्रिपाठी, कुनदन गुप्ता, अंकित श्रीवास्तव, अंकुर श्रीवास्तव, सचिन कुमार, चन्दन श्रीवास्तव, सत्यम कुमार, किरण शर्मा इत्यादि अनेक पदाधिकारीगण मौजूद थे। कार्यक्रम के अन्त मे खूब होली हुआ और महिलाओ ने जमकर राम धून पर नाचा।

editor

सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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