रिसेशन के बाद आर्ट मार्केट में बूम
उत्तमा दीक्षित
आर्ट वर्ल्ड में एक बार फिर बूम है। रिसेशन के बाद आर्ट मार्केट ने उबरने में बेशक समय लिया, लेकिन सिचुएशन ज्यादा अच्छी...
इन गलियों में भी बसती है कला…
उत्तमा दिक्षित
यह गलियां जनजातियों की बसावट वाली है। गंदी और सामान्य जन सुविधाओं के अभाव से त्रस्त इन गलियों की कला अलग पहचान है।...
अब तो ‘राइट’ हो जाओ लेफ्ट
नवीन पाण्डेय, नई दिल्ली
यह तो अब सभी जान गए हैं कि बंगाल में बदलाव की बयार चली और ममता बनर्जी की आंधी में लेफ्ट...
बहुत परेशान करती हैं मान्यताएं
एक किस्सा सुना रहा हूं। एक गांव के किनारे की सड़क से पति-पत्नी लड़ते हुए गुजर गए। उन दोनों को लड़ते हुए गांव के...
का हो अखिलेश, कुछ बदली उत्तर प्रदेश !
प्रिय अखिलेश जी,
आप जानते ही हैं कि हमारे देश के लोग और खास कर उत्तर प्रदेश के लोग साक्षरता से ले कर रोजगार तक...
बेनी की बेलगाम बयानबाज़ी के मायने और बहाने
जैसे हिंदी फ़िल्मों से अब कहानी गुम है, वैसे ही अब राजनीति से विचार गुम हैं। सामाजिक न्याय की राजनीति ने इस विचारहीन राजनीति...
सारंगी की तान छेड़ते ये गुदड़िया बाबा
दिमाग पर थोडा जोर दें तो आपको बचपन के वे दिन याद आ जायेंगे जब गुणा बाबा या गुदरिया बाबा को देखते ही आप...
कैसे दे हंस झील के अनंत फेरे, पग-पग पर लहरें जब...
हिंदी गीतों का इतना बड़ा मछेरा आज के दिन तो कोई और नहीं मिलेगा !
हिंदी गीतों का ऐसा राजकुमार, ऐसा हंस दुर्लभ है
बुद्धिनाथ मिश्र...
मजदूरों को चूसता हिंडाल्को व दुम हिलाते पत्रकार
शिवदास
एशिया की सबसे बड़ी एल्युमीनियम उत्पादक कंपनी हिंडाल्को का कहर संविदा श्रमिकों पर निरंतर जारी है। कंपनी के जुर्म से आजीज आकर रेणकूट इकाई...