दि लास्ट ब्लो ( उपन्यास,पार्ट-6)
यह दौर लालू यादव के उत्थान का दौर था। बिहार की राजनीति में एक हंसोड़ नेता की छवि के साथ लालू यादव की लोकप्रियता...
शहीदों का सम्मान (कविता)
वेंकटेश कुमार.
... न करते वो वलिदान,
तो आजादी एक सपना होता !
लालकिले पर फहराता झंडा,
पर नहीं वो अपना होता !!
गर अपनाते उनके आदर्शो को,
संसार में...
विजया भारती की काव्य संग्रह “रंग पिया का सोहना” में नारी...
नई दिल्ली, तेवरऑनलाइन। “रंग पिया का सोहना नारी-चेतना से आपूरित है। विजया भारती ने इस पुस्तक में नारी-संघर्ष की तो बात की ही है,...
‘सार्थक’ पहल के साथ जेएलएफ में राजकमल प्रकाशन
गुलाबी शहर में साल की शुरूआत में ही आयोजित होने वाला सबसे बड़ा साहित्य महोत्सव- जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल में राजकमल प्रकाशन अपने नए और...
लुप्त (हिन्दी काव्य)
शिव कुमार झा 'टिल्लू'
दड़क गए शिखर मेरु के
हिलकोरें सागर की लुप्त हुईं
रवि आभा जब मलिन दिखा-
नीरज पंखुड़ियाँ लुप्त हुईं
वात्सल्य स्नेह में भी छल है
संतति...
नब्बे के हुये नामवर
जब आइना झूठ बोलेगी
तो नामवर पैदा होगा
आलोक नंदन
नई दिल्ली । नब्बे बहार देखने के बाद हिन्दी साहित्य के सुविख्यात समालोचक नामवर सिंह ने अपने...
बेटी (कविता)
ऐ श्रृष्टि रचाने वाले, दुनिया को बसाने वाले।
बस इतना तू बता दे मुझको, ऐ इंसान बनानेवाले।
मैं ही जननी हूँ फ़िर भी, मुझसे ही नफरत...
ब्रह्म नहीं कुछ (कविता)
आदि शक्ति हो या अन्धेश्वर
मन की तार तरंग तुम्हारी
भक्ति भाव से पूज ले बन्दे
ब्रम्ह नहीं कुछ हम ब्रम्हेश्वर
काला पीला हरा बैंगनी
नहीं किसी का रंग...
सच का सच (कविता)
-डॉ. व्यथितानंद
घूम रहा था
भीड़ में अकेला
थी माथे पर एक पोटली
जिसमें भरा पड़ा था-
झमेला ही झमेला।
देखा बायें-दायें
घूमा, ऊपर-नीचे
गया
मंदिर-मस्जिद
चर्च-गुरुद्वारा
ढूंढा भारवाहक
मिले गुरु दर गुरु
नहीं मिला
कोई चेला।
यह युद्ध तुम्हें जीतना होगा
चंदन कुमार मिश्र
(देश में वर्षों से हिन्दी के खिलाफ चल रही साजिश पर चंदन कुमार मिश्र ने एक पुस्तक लिखी है। इस पुस्तक में...