काफिला-ए-हिजाज इस्लाम के विस्तार से जुड़ी एक रुमानी प्रेम कहानी
(पुस्तक-विवेचना)
आलोक नंदन
“काफिला-ए-हिजाज” जनाब नसीम हिजाजी द्वारा लिखित एक तारीखी नाविल है, जिसमें एक इराकी युवक हस्सान और एक ईरानी सामंत कबाद की...
राष्ट्र-धर्म (कहानी)
लगातार तीन दिनों से सिक्ख रेजिमेंट के जवान पहाड़ी नंबर 447 पर कब्जा जमाने की कोशिश कर रहे थे परंतु जैसे ही आगे बढ़ने...
सोता रहता है “जागते रहो” का संपादक (भाग-2)
कुछ खास कारणों से इस स्क्रीप्ट के दूसरे भाग को पोस्ट करने में देर हुई, इसके लिए पाठकों से क्षमा मांगता हूं।
Scene 4
Characters:...
सोता रहता है “जागते रहो” का संपादक (स्क्रीप्ट शैली, भाग-1)
यह एक अखबार की कहानी है जिसका संपादक हैं चरित्र वर्मा। अखबार का नाम है जागते रहो। लेकिन चरित्र वर्मा अपनी कुर्सी पर हमेशा सोया...
रिश्तों को यूँ तोड़ते, जैसे कच्चा सूत
// रघुविन्द्र यादव //
रिश्तों को यूँ तोड़ते, जैसे कच्चा सूत.
बंटवारा माँ-बाप का, करने लगे कपूत.
स्वार्थ की बुनियाद पर, रिश्तों की दीवार.
कच्चे धागों की तरह,...
जंग खाते अतीत की चमकदार पेंटिंग
दुर्गेश सिंह, मुंबई
छुट्टी के दिन के इस कोरस को बॉलकनी में बैठकर चाय की चुस्कियों के बीच बिता देना आसान न होगा। क्योंकि कोरस...
बाइट्स, प्लीज (उपन्यास, भाग-15 )
30.
दफ्तर के अंदर 23 तारीख की सुबह को जब लोगों को पता चला कि रत्नेश्वर सिंह आ रहे हैं, खुसफुसाहट शुरु हो गई। विमल...
क़स्बाई लड़कियाँ (नज्म)
खुलती हैं रफ़्ता-रफ़्ता मोहब्बत की खिड़कियाँ,
कितनी हसीन होती हैं क़स्बाई लड़कियाँ।
काजल भरी निगाह में शर्मो-हया के साथ,
धीरे से आये सुर्ख़ लबों पर हरेक बात।
रंगीन...