लिटरेचर लव
नव वर्ष के वास्ते कामना
– धर्मवीर कुमार, बरौनी , बेगुसराय
नव वर्ष के वास्ते, है मेरी यह कामना.
जो जहाँ हैं, खुश रहें, दुखों से हो न सामना.
नए साल में, नयी सोच, उत्साह नया, नयी चाह हो.
जोश नया, संकल्प नया, अवसर नए, नयी राह हो.
पुरानी खट्टी -मीठी यादें, आओ अब बिसार दें.
अद्यतन विकास को, और नया विस्तार दें.
सब लोग ईमानदार हों, है पुरानी कामना.
पर खुद के भी ईमान पर, होगा हमें अब सोचना.
हो अँधेरी रात से, जब हमारा सामना.
हाथ में मशाल हो, व्यर्थ तिमिर को कोसना.
है जरुरी इस जगत में, औरों को भी जानना.
किन्तु अधिक जरुरी है, स्वयं को पहचानना.
नव वर्ष के वास्ते, है मेरी यह कामना.
जो जहाँ हैं, खुश रहें, दुखों से हो न सामना