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बिहार में शैक्षणिक और प्रशासनिक सुधारों के जनक थे स्व. केदार पांडेय: भक्तचरण दास

पटना। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के पूर्व अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री रहें स्व. केदार पांडेय की 108 वीं जयंती कार्यक्रम प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय सदाकत आश्रम में सादे समारोह में उनके तैल चित्र पर पुष्पांजलि करके मनाई गई।

इस दौरान प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी भक्तचरण दास बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित रहें। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि बिहार में प्रशासनिक सुधारों के लिए 19 जिलों को 38 जिलों में उन्होंने विभाजित किया जिससे कि प्रशासनिक नियंत्रण स्थापित करने में सहूलियत हो। शैक्षणिक सुधारों में भी उन्होंने अपने मुख्यमंत्री काल में बहुत कारगर काम करके दिखाया था।

प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ. समीर कुमार सिंह ने पूर्व मुख्यमंत्री स्व. केदार पांडेय को कांग्रेस के आम कार्यकर्ता से प्रदेश अध्यक्ष तक के सफर को ऐतिहासिक और अविस्मरणीय बताया। उन्होंने कहा कि प्रखंड कमिटी से प्रदेश अध्यक्ष और फिर बिहार के मुख्यमंत्री पद तक जाने वाले स्व. पांडेय कांग्रेस के निष्ठावान नेता रहें। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अनिल शर्मा ने स्व. केदार पांडेय को कार्यकर्ताओं के हितों की रक्षा करने वाला सच्चा सिपाही बताया।

विधान पार्षद प्रेमचंद मिश्र ने कहा कि शैक्षणिक सुधारों के कहा कि परीक्षा में नकल रोकने से लेकर शिक्षकों को उचित मानदेय देने का काम पूर्व मुख्यमंत्री स्व. केदार पांडेय ने किया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री स्व. केदार पांडेय की पुत्र वधु और पूर्व सांसद स्व. मनोज पांडेय की पत्नी कांग्रेस नेता नूतन पांडेय और उनके पौत्र वाल्मीकिनगर लोकसभा से पूर्व प्रत्याशी शाश्वत केदार पांडेय भी विशेष रूप से मौजूद रहें। पुष्पांजलि अर्पित करने वालों में राष्ट्रीय सचिव विधायक डॉ. शकील अहमद खान, डॉ. चन्दन यादव,  राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. अजय उपाध्याय, मीडिया विभाग के चेयरमैन राजेश राठौड़ प्रमुख थे।

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