मोदी बतायें कि रावण का भाई विभिषण था या नहीं: संजय सिंह
जनता दल (यू0) विधान पार्षद व प्रदेश प्रवक्ता श्री संजय सिंह ने आज जारी बयान में कहा कि किसी व्यक्ति से अगर रक्त संबंध रिश्ता है तो यह उसके चरित्र को प्रमाण-पत्र नहीं दे सकता है। रिश्ते से कभी यह तय नहीं होता है कि फलां व्यक्ति का किसी से रिश्ता है तो वह किसी दूसरे व्यक्ति के चरित्र से प्रभावित होगा। मोदी जी यह बतायें कि रामायण में रावण का एक भाई विभिषण भी है और दोनों में रक्त संबंध भी है। यह रावण का चरित्र है कि विभिषण रावण के कुकृत्यों को ले उन्हें सचेत करता रहा है। ऐसे में अगर किसी राजनेता का रिश्तेदार कोई व्यक्ति किसी मामले में लिप्त है तो इसमें कानून अपना काम करता है न कि राजनेता का वहां कोई प्रभाव दिखता है। श्री सिंह ने कहा कि श्री मोदी को यह बताना चाहिए कि किसी राजनेता का रिश्तेदार किसी सरकारी सेवा में रहता है तो क्या वह अपने मेद्या के बजाय राजनैतिक पैरवी से आता है। इन सवालों के जवाब को श्री मोदी को सार्वजनिक करना चाहिए। पुरानी कहावत है कि जिनके घर शीशे के होते है, वह दूसरे के घर पर पत्थर नहीं फेंका करते। इतिहास गवाह है कि किसके रिश्तेदार सरकारी सेवा में कब और कैसे आयें तथा किसकी पत्नी और भाई को फायदा पहुचाना के लिए सत्ता का दुरूपयोग किया गया। यह सबको मालूम है। मोदी जी अपने स्तर को इतना नीचे ना गिरायें, पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए।