रैली में अपने ही बम से घायल आतंकी का नाम है ताहीर
विनायक विजेता, वरिष्ठ पत्रकार,
आईएम का इनामी आतंकी तहसीन उर्फ मोनू का है रिश्तेदार ,
ताहिर के चाचा तकी अख्तर हैं जदयू के वरिष्ठ नेता,
समस्तीरपुर जिला जदयू अल्पसंख्यक सेल के हैं अध्यक्ष,
पूरे मामले में आतंकी तहसीन उर्फ मोनू की है अहम भूमिका।
राजधानी पटना में रविवार को पहली बार हुए आतंकी हमले और सीरियल ब्लास्ट के दौरान खुद को मानव बम के रुप में तैयार करने के क्रम में गंभीर रुप से घायल एक युवा आतंकी का नाम ताहीर है। गौरतलब है कि ताहीर उस समय घायल हुआ जब वह पटना जंक्शन के प्लेटफार्म संख्या 10 पर स्थित एक शौचालय में अपनी कमर में बम बांध रहा था पर अचानक बम विस्फोट कर गया। पुलिस अभिरक्षा मे इलाजरत ताहीर की स्थिति नाजुक बतायी जा रही है। विश्वस्त सूत्रों से मिली खबर के अनुसार ताहीर समस्तीपुर जिला जदयू अल्पसंख्यक सेल के अध्यक्ष तकी अख्तर का भतीजा है। सूत्र बताते हैं कि तकी अख्तर बोधगया सहित देश भर में हुए कई सीरियल ब्लास्टों में इंडियन मुजाहिदीन के दस लाख के इनामी आतंकी तहसीन अख्तर उर्फ मोनू के चाचा हैं। तहसीन समस्तीपुर जिले के कल्याणपुर थाना अंतर्गत मनियारपुर गांव का निवासी है।
बोधगया ब्लास्ट के सिलसिले में एनआईए की टीम ने बीते 1 सितम्बर को उसके गांव में छापेमारी भी की थी तथा उसके पिता से पूछताछ भी की थी। सूत्र बताते हैं आईएम ने पूर्व में ही तहसीन को नरेन्द्र मोदी पर हमले की जिम्मेवरी सौंपी थी जिसकी आशंका से गुजरात पुलिस को पूर्व में ही अवगत करा दिया गया था। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की हुंकार रैली के दौरान पटना के गांधी मैदान में लगातार हुए सात सीरियल ब्लास्ट का मास्टर माइंड भी तहसीन उर्फ मोनू को ही माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार गांधी मैदान में टाइमर लगे जिन सात बमों में धमाके हुए कम मारक क्षमता वाले बम थे पर बाद में बम निरोधक दस्ते ने जिन चार बमों को निष्क्रिय किया उनकी क्षमता काफी अधिक थी और उन बमों को रिमोट द्वारा संचालित किया जाना था जिसमें आतंकी सफल नहीं हो पाए। सूत्र बताते हैं कि अगर ये चारो बम फट जाते तो हताहतों की संख्या सैकडों तक पहुंच सकती थी। राजधानी पटना में पहली बार हुए इस आतंकी हमले और सीरियल ब्लास्ट के बाद इनामी आतंकी तहसीन उर्फ मोनू के पटना में ही होने की आशंका बलवती हो उठी है। इस आशंका की भी जांच की जा रही है कि कहीं वह पटना में ही रहकर सीरियल ब्लास्ट की मॉनेटरिंग तो नहीं कर रहा था। सूत्रों के अनुसार इस मामले की जांच में लगी टीम ने सोमवार को सुबह मुजफ्फरपुर से भी दो संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। सूत्रों के अनुसार आतंकी तहसीन उर्फ मोनू को 10 दिन पूर्व मुजफ्फरपुर में भी देखा गया था।