पहला पन्ना

सरकार कर रही है बिहार के प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में कार्यरत रसोइयों का शोषण : जय सिंह राठौर

सरकार कम से कम विद्यालयों में कार्यरत रसोइयों को मिनिमम वेतन दे : जय सिंह राठौर

पटना, 16 नवंबर 2022 : राष्ट्रीय मध्यान्ह भोजन रसोइयां फ्रन्ट के तत्वधान में दो दिवसीय रसोइयों का ‘ भुखमरी मिटाओ अधिकार दिलाओ महाधरना ‘ आज राजधानी पटना के गर्दानीबाग मे संपन्न हो गया। इस मौके पर संगठन के संरक्षक जय सिंह राठौड़ ने पत्रकारों से बातचीत में बिहार के प्राथमिक व मध्य विद्यालयों में कार्यरत रसोइयों के शोषण का आरोप सरकार पर लगाया। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण की बात करने वाली सरकार आज माता अन्नपूर्णा का आपमान कर रही है। इन लोगों को सरकार अपने द्वारा निर्धारित न्यूनतम वेतन देना भी जरूरी नहीं समझती है, इसलिए आज प्रदेश भर की रसोईया बहने भूखी – प्यासी यहाँ धरना देने को मजबूर हुई हैं।

उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार आज नियुक्ति पत्र बांट रही है दूसरी तरफ नियुक्ति पर बहाली रसोईया अपनी दैनिक मजदूरी के लिए तरस रही है। हम सरकार से इन बहनों के लिए कम से कम निर्धारित न्यूनतम वेतन की मांग करते हैं। बिना इसके महिला उत्थान की बात करना एक छलावा है। उन्होंने कहा कि भारत के प्रत्येक नागरिक को गरिमा पूर्वक जीने का अधिकार है, लेकिन सरकार रसोइयों के साथ सौतेला व्यवाहर कर रही है। रसोइयों की स्थिति बंधुआ मजदुर से भी बदत्तर हो गई है। ऐसे में अगर रसोइयों की मांगों को पूरा नहीं किया गया, तो हम सभी गांधी मैदान की जगह राज्य भर के सभी गली- चौक – चौराहे को भरने का काम करेंगे। यह आंदोलन वृहद होगा और इसके लिए जिम्मेदार सरकार होगी।

वहीं, संगठन के संस्थापक-सह- राष्ट्रीय महासचिव रामकृपाल ने कहा कि वर्तमान समय में रसोइयों की हालत सही नहीं है। वर्तमान में मिलने वाला मानदेय 1650/- (एक हजार छः सौ पचास रुपये) इस भीषण महंगाई में ऊट के मुह में जीरे के समान है। और मिलने वाला मानदेय भी रसोइयों को समय से नहीं मिलता है, जिसके कारण रसोइयाँ भुखमरी की शिकार हो रही है। पैसे के अभाव में पौष्टिक भोजन नहीं मिलने के कारण बिमारियों का शिकार होकर समय से पहले काल के गाल में समा जाती हैं जो बहुत ही हृदय विदारक है। राष्ट्रीय संयोजक संतोष कुमार यादव व राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष उमाशंकर प्रसाद ने संयुक्त रूप से रसोइयों का हौसला अफजाई करते हुए एक जुट होकर आन्दोलन चलाने का आह्वान किया।

धरना को सम्बोधित प्रदेश अध्यक्ष कंचन कुंवर प्रदेश संयोजक उपेन्द्र कुमार प्रदेश प्रभारी लाल बिहारी राम, माधुरी कुमारी, सुनैना देवी, मो० शकील, जीतू कुमार, रामप्रवेश चंद्रवंशी, शिवदत पासवान, महेन्द्र पासवान, सुनीता देवी, लाल बिहारी यादव, नरेश पासवान, जगन पाण्डेय, राजमतो देवी राम बालक ठाकुर, सीताराम चौधरी, मानो देवी, आशा देवी, कृत्यानंद कुमार, उपेन्द्र कुमार, निर्मला देवी, अनीता देवी, सुरेश राय, पवन शुक्ला, सुधांशु कुमार, क्रांति सिंह, जीतेन्द्र दुबे, हरिदेव महतो, रूबी देवी, कामिनी देवी, प्रमोद कुमार, राजेश कुमार, शंकर कुमार, नरेश रजक, महेंद्र यादव, रेखा देवी, दरोगा साह, कंचन देवी, चांदनी देवी, कृष्णदेव मण्डल, सुधीर कुमार चंद्रवंशी, मनोरमा देवी धरना प्रदर्शन का संचालन प्रदेश सचिव ओमप्रकाश राय एवं राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष मन्टू चौधरी ने सयुंक्त रूप से किया।

editor

सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button