
प्रिय रघुवंश बाबू, ये आपने क्या किया ? : लालू
पटना । पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं प्रख्यात समाजवादी नेता डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त करते हुये आरजेडी सुप्रीमों लालू यादव ने कहा है कि प्रिय रघुवंश बाबू ! ये आपने क्या किया ? मैनें परसों ही आपसे कहा था आप कहीं नहीं जा रहे है। लेकिन आप इतनी दूर चले गए। नि:शब्द हूँ। दुःखी हूँ। बहुत याद आएँगे। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने शोक संदेश में कहा कि वे एक प्रख्यात समाजवादी नेता थे। वे स्व. कर्पूरी ठाकुर के मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री रहे। उन्होंने चार बार वैशाली से लोकसभा का प्रतिनिधित्व किया और केन्द्रीय ग्रामीण विकास मंत्री के रूप में उनका कार्यकाल अत्यंत सराहनीय रहा। वे जमीन से जुड़े राजनेता थे। उनके निधन से मुझे व्यक्तिगत रूप से दुःख पहुंचा है। उनके निधन से राजनीतिक, सामाजिक, शिक्षा तथा समाजवाद के क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।
राजद में शोक की लहर दौड़ गई। पार्टी द्वारा आयोजित सभी कार्यक्रमों को तत्काल स्थगित कर पार्टी का झंडा झुका दिया गया। राजद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानन्द सिंह ने पार्टी द्वारा सात दिनों तक शोक मनाने की घोषणा की है। पार्टी का झंडा सात दिनों तक झुका रहेगा। उनके द्वारा पार्टी के सभी कार्यालयों को तीन दिनों तक बंद रखने और शोक सभा के अलावा सभी कार्यक्रमों को स्थगित रखने का निर्देश दिया गया है।
जगदानन्द ने रघुवंश बाबु के निधन को न केवल राजद परिवार के लिए बल्कि अपना व्यक्तिगत क्षति बताया। उन्होंने कहा कि विश्वास हीं नहीं होता कि इस प्रकार वे हमलोगों को छोड़कर चले जायेंगे। उनके द्वारा दिया गया एक-एक सुझाव हमारे लिए काफी महत्वपूर्ण होते थे। भारतीय राजनीति में उनकी कमी की भरपाई संभव नहीं है। पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामचन्द्र पूर्वे, प्रधान महासचिव आलोक कुमार मेहता प्रदेश प्रवक्ता चित्तरंजन गगन सहित पार्टी के तमाम नेताओं ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए न केवल राजद परिवार के लिए बल्कि राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र के लिए अपूर्णीय क्षति बताया है। राजद प्रवक्ता ने उनके निधन को अपना व्यक्तिगत क्षति बताते हुए कहा है कि उनसे मेरा पारिवारिक संबंध था।
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा है कि रघुवंश बाबू, अभी चंद दिन पहले तो AIIMS में आपसे बात हुई थी। मेरे द्वारा जल्द स्वस्थ होने की बात कहने पर आपने कहा था जल्द बाहर आकर साथ में कड़ा संघर्ष करेंगे। पिता जी के जेल जाने के बाद आप चंद लोग ही तो ऊर्जा और प्रेरणा देते रहे है। अचानक चले गए आप और मुझे लगभग अकेला कर गए। राजद के मजबूत स्तम्भ, प्रखर समाजवादी जनक्रांति पुंज हमारे अभिभावक पथ प्रदर्शक आदरणीय रघुवंश बाबू के दुःखद निधन पर मर्माहत हूँ।
आप समस्त राजद परिवार के पथ प्रदर्शक, प्रेरणास्रोत व गरीब की आवाज बने रहे। रघुवंश बाबू की क्रांतिकारी समाजवादी धार राजद के हर कार्यकर्ता के चरित्र में है। उनकी गरीब के प्रति चिंता, नीति, सिद्धांत, कर्म, और जीवनशैली हमेशा हमारे लिए प्रेरणास्त्रोत बनी रहेगी।
राजद को अपनी मेहनत और वैचारिक दृष्टिकोण से सिंचने वाले कर्म के धनी महान व्यक्तित्व को सादर नमन। आपकी कमी राजद व देश को सदैव खलेगी।
डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन का समाचार मिलते ही मुख्यमंत्री ने डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह के सुपुत्र सत्यप्रकाष सिंह से दूरभाष पर बात कर उन्हें सांत्वना दी। मुख्यमंत्री ने स्थानिक आयुक्त एवं अधिकारियों को निर्देश दिया है कि स्व. सिंह के परिजनों से सम्पर्क कर उनके पार्थिव शरीर को उनकी इच्छा के अनुरूप पटना लाने तथा राज्य सरकार की ओर से उनके अंतिम संस्कार के लिये सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्तिच करें। कोविड काल के लिये वर्तमान में लागू दिशा-निर्देश के तहत निर्धारित प्रोटोकाल के अनुरूप राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शान्ति तथा उनके परिजनों एवं प्रशंसकों को दुःख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।
भारतीय कॉम्युनिस्ट पार्टी (माक्सवादी) की बिहार राज्य कमिटी ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी में कहा है कि समाजवादी धारा के हस्ताक्षर केंद्रीय पूर्व ग्रामीण विकास मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन के समाचार से अत्यंत मर्माहत है और उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करती है। रघुवंश प्रसाद सिंह का सार्वजनिक जीवन अत्यंत गरिमापूर्णए सांप्रदायिक फासीवादी शक्तियों के खिलाफ समझौताहीन संघर्ष का रहा है। आज जबकि पूरा देश गंभीर आर्थिक एवं राजनीतिक संकटों का सामना कर रहा है तथा देश के संवैधानिक मूल्योंए धर्मनिरपेक्षताए जनतांत्रिक संस्थाओं पर हमले हो रहे हैं और देश की बहुलतावादी गंगा-जमुनी संस्कृति पर गंभीर खतरा है उस समय उनकी कमी जनवादी आंदोलन के लिए गहरी क्षति है।
स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और शिक्षाविद रघुवंश प्रसाद सिंह के निधन पर शोक व्यक्त किया है। अपनी संवेदना प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि उनके निधन से न सिर्फ बिहार, बल्कि देश के राजनीतिक, सामाजिक और शिक्षा जगत में अपूरणीय क्षति हुई है, जिसकी भरपाई निकट भविष्य में मुश्किल है। वे चार दशक से भी अधिक समय तक राजनीति, शिक्षा और सामाजिक कार्यों से जुड़े रहे। इस दौरान उनका जीवन सादगी से भरा रहा। बिहार की राजनीति से लेकर राष्ट्रीय राजनीति में उनके योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। उनका जीवन संघर्षों से भरा और बेदाग रहा। ईश्वर दिवंगत आत्मा को चिर शांति एवं दुख की इस घड़ी में शोक संतप्त परिवार को सहन शक्ति प्रदान करें।
शरद यादव ने अपने शोक संवेदना में कहा है कि रघुवंश बाबू के पास भरपूर ज्ञान था। वह कोई भी विषय हो, हमने उनको विधान सभा, विधान परिषद हो और संसद में हो ऐसा कोई मुद्दा नहीं होता था जिसपर वह बोलते नहीं थे। कोई भी डिबेट जनके बोले बिना अधुरी रह जाती थी और वैसे तो वह हमेशा सदन में बैठे रहते थे जबकि बाकी सांसदों की संख्या और दलों से कम भी रही हो मगर वह हमेशा सदन में मिलते थे और हर मुद्दे पर अपने विचार रखते थे। एक प्रखर वक्ता, ओजस्वी और कुशल नेता थे जिनके लोक कल्याण के क्षेत्र में और देश हित में किए कार्यों को हमेशा याद रखा जाएगा। मेरा मानना है कि ऐसे व्यक्ति बहुत मुश्किल से मिलते हैं जो सिर्फ देश भक्ति के लिए ही पैदा होते हैं जैसे रघुवंश बाबू थे। यादव ने कहा कि उनके निधन पर मैं गहरा शोक व्यक्त करता हूं। उनकी कमी हमेशा खलेगी। दिवंगत आत्मा की शांति के लिए मैं प्रार्थना करता हूँ। दुःख की इस घड़ी में उनके परिजनों को धैर्य एवं साहस प्रदान हो और अपनी और अपने परिवार की तरफ से संवेदना प्रकट करता हूँ।
विकासशील इंसान पार्टी के राष्ट्री य अध्यरक्ष मुकेश सहनी ने कहा कि रघुवंश बाबू प्रखर समाजवादी नेता और गरीबों की आवाज थे। उनके असामयिक निधन से राष्ट्रीय राजनीति को गहरा धक्का लगा है। महागठबंधन को एकसूत्र में पिरोने में उनकी भूमिका महत्व।पूर्ण रही। वे हमारे लिए मार्गदर्शक भी हैं। सहनी ने कहा कि आज समाजवाद विचारधारा के मानने वाले हम सभी लोग मर्माहत हैं। हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करे।