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शिक्षा बचाओ, देश बचाओ, संविधान बचाओ जत्था पटना से प्रारम्भ

आज स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया(एस एफ आई) का अखिल भारतीय जत्था “शिक्षा बचाओ, संविधान बचाओ, देश बचाओ” नारों के साथ पटना से शुरू हुआ। *जत्था का नेतृत्व एस एफ आई के राष्ट्रीय महासचिव मयूख विश्वास* ने किया। जत्था शुरू होने से पूर्व एस एफ आई कार्यकर्ताओं ने शहीद सप्तमूर्ति स्थल पर माल्यार्पण किया। उसके बाद पटना कॉलेज से जत्था मार्च शुरू हुआ, जो कारगिल चौक पहुंचकर भगत सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उसके उपरांत वहीं पर हुई सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि आज देश में शिक्षा पर भारी संकट है। केंद्र की मोदी सरकार नई शिक्षा नीति के आड़ में शिक्षा को कॉरपोरेट्स के हाथों सौंपना चाहती है। सरकारी संस्थानों में फंड की कटौती, नई शिक्षा नीति का बलपूर्वक क्रियान्वयन और CUET एवम NEET जैसे प्रवेश परीक्षाओं का विभेदकारी संचालन कुछ समकालीन उदाहरण है।
बी जे पी और आर एस एस इतिहास में फेरबदल करके शिक्षा क्षेत्र का भगवाकरण कर संघ परिवार व अन्य तथाकथित हिंदू संगठनों की विचारधारा को बढ़ावा देने की कोशिश में है।
केंद्रीय विश्वविद्यालयों की नियुक्ति में भ्रष्टाचार करके धुर दक्षिणपंथी लोगों की नियुक्ति की जा रही है। शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण नीतियों को व्यवस्थित ढंग से कमजोर कर रहे हैं। इन तमाम छात्र व आम जन विरोधी नीतियों के खिलाफ हमारा संगठन देश भर में छात्रों को गोलबंद कर रही है। आने वाले दिनों में एस एफ आई एक व्यापक आंदोलन करेगी और छात्र विरोधी नीतियों को सरकार को वापस लेना होगा। *एस एफ आई राज्य महासचिव मुकुल राज* ने कहा कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह से हो चुकी है। विश्वविद्यालयों में शैक्षणिक अराजकता व्याप्त है। कैंपस में शिक्षक और शिक्षकेतर कर्मचारी का घोर अभाव है। जिसके चलते कैंपस में छात्र नगण्य हो गए हैं। लैब और लाइब्रेरी में बड़े पैमाने पर रिक्तियां है। सरकार अभिलंब सभी रिक्त पदों पर बहाली करें अन्यथा आंदोलन तेज किया जाएगा।
*एस एफ आई के पूर्व छात्र नेता मनोज कुमार चन्द्रवंशी* ने कहा की “अग्निपथ योजना” के जरिए मोदी सरकार युवा विरोधी, किसान विरोधी और राष्ट्र विरोधी मंसूबों को अंजाम दे रही है। केन्द्र सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खेलवाड़ कर रही है! इसके खिलाफ अनवरत संघर्ष जारी रखना होगा!
सभा को सरोज प्रसाद, प्रभात कुमार,सागरिका कुमारी, धनंजय साह, वीरू बाबू, रवि रंजन कुमार, अजीत कुमार, अभिषेक कुमार, विमल विद्रोही सहित अन्य छात्र नेताओं ने संबोधित किया।
निवेदक
मुकुल राज
महासचिव, एस एफ आई

editor

सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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