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एमपी Election : 2023 में NCP की हुई एंट्री, चुनावी दम-खम दिखाने को पार्टी तैयार

नई दिल्ली: मध्य-प्रदेश विधान सभा चुनाव में जहां राज्य में राजनैतिक पार्टियां एकदम चुनावी मोड में हैं वहीं शनिवार को अजीत पवार गुट के राकांपा के राष्ट्रीय मीडिया कोआर्डिनेटर व वर्किंग कमेटी के सदस्य प्रो. नवीन कुमार ने कहा कि पार्टी ने अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष अजीत पवार और राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल की सहमति से मध्य प्रदेश में चुनावी लड़ाई में उतरने का फैसला किया है। NCP के इस ऐलान के बाद अन्य पार्टियों में कानाफूसी का मौका दे दिया है क्योंकि उनकी चुनावी गणित बिगड़ सकती है क्योंकि पार्टी में विभाजन के बाद भी विभाजन जैसी कोई स्थिति नहीं हुयी बल्कि पार्टी को महाराष्ट की सरकार में हिस्सेदारी अवश्य मिल गयी जिसके बाद से पार्टी के नेता व कार्यकर्ता जोश से लबरेज हैं ।

पार्टी के आधिकारिक प्रवक्ता प्रो. कुमार ने कहा कि राकांपा मध्य प्रदेश की चुनावी लड़ाई में उतरेगी ये तय हैं अब किसी अन्य राजनीतिक दल के साथ गठबंधन करेगी, या अकेले दम पर उतरेगी इसका फैसला संगठन की संबंधित बैठकों में जल्द ही होगा । प्रत्याशी चयन के सवालों का जवाब देते हुये उन्होंने कहा कि बैठक में प्रफुल्ल पटेल व अजीत पवार द्वारा सीटों की संख्या और उम्मीदवारों के नाम को अंतिम रूप दिया जाएगा

एनसीपी को आवंटित किए जाने वाले चुनाव चिह्न के संबंध में प्रो. कुमार ने बताया कि चुनाव आयोग 6 अक्टूबर को इस मुद्दे पर फैसला करेगा और उम्मीद है कि फैसला एनसीपी के पक्ष में जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि अजित पवार गुट के समर्थन में बहुमत है वहीं कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल को भी उम्मीद है कि चुनाव आयोग उनकी पार्टी को चुनाव चिन्ह आवंटित करेगा।

प्रफुल्ल पटेल के बयान को साझा करते हुए बताया कि विपक्षी I.N.D.I.A गठबंधन पर संदेह व्यक्त किया था, वहां घटक इकाईयों के बीच सकुशल सीट बंटवारा मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।

संसद में लंबे समय से लंबित महिला आरक्षण विधेयक पारित होने के पार्टी की ओर से पीएम मोदी की सराहना की।
उन्होंने कहा कि यह विधेयक पहली बार दो दशक पहले संसद में लाया गया था लेकिन किसी न किसी कारण से पारित नहीं हो सका। उन्होंने आरोप लगाया कि संसद और राज्य विधानसभाओं में अब तक महिलाओं को आरक्षण नहीं मिलने के लिए इस मुद्दे पर कांग्रेस की असंवेदनशीलता सबसे अधिक जिम्मेदार रही है।

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