कला भारती फाउंडेशन का नॉलेज शेयरिंग डेलिगेशन हुआ सफल
राजू बोहरा / नयी दिल्ली, पिछले दिनों कला भारती फाउंडेशन की ओर से एक महत्वपूर्ण डेलिगेशन दिनांक 24 मार्च से 27 मार्च 2022 तक दिल्ली से लैंसडाउन, पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखंड पहुंचा। इस डेलिगेशन की मुख्य विशेषता थी “नॉलेज शेयरिंग” यहाँ समाज के लगभग हर क्षेत्र से डेलीगेट्स शामिल हुए। जिसमें आदित्य बिरला ग्रुप के वाइस प्रेसिडेंट डॉ विनोद कुमार वर्मा, समाज सेविका डॉ प्रेमलता वर्मा, देश की जानी मानी लेखिका रूपा सिंह, नाभी गुरु मुक्तानंद, सखी संस्था की अध्यक्ष और पेशे से डॉक्टर रखी आनंद, जिला सहकारी बैंक के सी ई ओ मनोज कुमार, वरिष्ठ लेखिका और कवियित्री नीना वाघ, सेवानिवृत भारतीय प्रशासनिक अधिकारी शालिनी नारायणन, ब्रांड इमेज कंसलटेंट रीना उपाध्याय, लेखिका एवं गजल गायिका कस्तूरिका मिश्रा, शिक्षाविद् सुश्री मिनती, साउंड हीलर, नितिका सबलोक।
इन सभी डेलीगेट्स ने अपने अपने क्षेत्र की बारीकियों और बदलते समय के बारे में अपने अपने सेशन दिए। इस डेलिगेशन खास बात ये रही की इसकी एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी बनाई गई जिसका विषय था ” द परपस ऑफ लाइफ”। सभी डेलीगेट्स को वर्ष 2022 के “कला भारती सम्मान” से भी नवाज़ा गया। कार्यक्रम का आयोजन लैंसडाउन में एक शानदार रिजॉर्ट “कसांग रीजेंसी” में किया गया।
कला भारती फाउंडेशन की राष्ट्रीय अध्यक्ष ममता सोनी के कहा की “मैं सभी डेलीगेट्स का तहे दिल से धन्यवाद अदा करती हूं जिन्होंने हमारी संस्था में विश्वास जताया और अपने ज्ञान से परिचित कराया” हम आगे भी इस तरह के डेलिगेशन ले जाते रहेंगे”। संस्था के संस्थापक सुशील भारती ने कहा की बदलते समय की मांग को देखते हुए इस तरह के डेलिगेशन बहुत आवश्यक हो गए हैं। इससे ना केवल स्वयं को तरो ताज़ा होने का मौका मिलता है बल्कि रचनात्मकता को बढ़ावा भी मिलता है