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टीवी स्टार मनीष रायसिंघन की पहली फिल्म ‘कहानी रबर बैंड की’ 14 अक्टूबर को होगी रिलीज़

  • ‘वारिस’, ‘ससुराल सिमर का’ और ‘एक श्रृंगार-स्वाभिमान’ जैसे टीवी धारावाहिकों में अपनी भूमिकाओं के लिए पहचाने जाने वाले मनीष रायसिंघन अब फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने के लिए उत्साहित हैं।टेलीविजन के लोकप्रिय अभिनेता मनीष रायसिंघन की पहली फिल्म ‘कहानी रबर बैंड की’ 14 अक्टूबर को रिलीज़ के लिए तैयार है। फिल्म का टीज़र हाल ही में रिलीज़ किया गया था और इसने सभी को प्रभावित किया है। मनीष के अलावा, फिल्म में प्रतीक गांधी, अविका गोर, अरुणा ईरानी, पेंटल और गौरव गेरा प्रमुख भूमिकाओं में हैं।

फिल्म का कॉन्सेप्ट अनोखा है और कंडोम के उपयोग को लेकर समाज मे जो सिचुएशन है, यह फ़िल्म उस बारे में है। फर्स्ट लुक को देखते हुए, यह कहा जा सकता है कि निर्माताओं के पास प्रशंसकों के लिए मनोरंजन का भरपूर डोज़ है।

छोटे पर्दे और बड़े पर्दे पर काम करने के बीच के अंतर के बारे में अभिनेता मनीष रायसिंघन ने कहा, “मनोरंजन की एक ही भाषा होती है, सिर्फ माध्यम का तरीका बदलता है। धारावाहिकों में काम करने के लिए लंबे समय की आवश्यकता होती है, जबकि फिल्मों में काम करने का समय कम होता है। लेकिन दोनों माध्यम मेरे लिए सीखने का बहुत अच्छा अनुभव रहे हैं।” नवोदित फिल्म डायरेक्टर सारिका संजोत के बारे में बहुमुखी अभिनेता ने प्रशंसा करते हुए कहा कि “कई लोग कंडोम के इस्तेमाल के बारे में बात करने से भी कतराते हैं। लेकिन सारिका ने जिस तरह से इस मुद्दे को फिल्म में पेश किया है वह काबिले तारीफ है। मुझे खुशी है कि यह किरदार मेरे पास आया, और मुझे यकीन है कि दर्शक फिल्म से जुड़ेंगे।

फिल्म में मनीष के साथ अविका की जोड़ी दिखाई देगी, जबकि प्रतीक गांधी एक वकील की भूमिका निभा रहे हैं।

मनीष रायसिंघन ने अविका गोर के साथ अलग-अलग प्रोजेक्ट्स पर काम किया है। हालांकि, उन्होंने पहली बार ‘स्कैम 1992’ फेम प्रतीक गांधी के साथ स्क्रीन साझा किया है। मनीष कहते हैं “सेट पर प्रतीक गांधी की सहजता लाजवाब रहती है। मुझे यकीन है कि उनका अभिनय लोगों को जोर से हंसाएगा। सभी कलाकारों से सीखना मेरे लिए एक सुखद अनुभव था।”

फिल्म की वाराणसी में शूटिंग के दौरान कलाकारों को चुनौती का सामना करना पड़ा। इस पर मनीष ने कहा, “मौसम बहुत गर्म था, और हमें चिलचिलाती धूप में लगातार शूटिंग करनी पड़ती थी। हालांकि यह एक चुनौती थी, लेकिन हमने आखिरी तक सभी कलाकारों के साथ काम करने का आनंद लिया। मुझे दर्शकों द्वारा फिल्म को देखने का बेसब्री से इंतजार है। मीत ब्रदर्स और अनूप भट्ट द्वारा बेहतरीन संगीत दिया गया है।”

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सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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