दूरदर्शन के लोकप्रिय दैनिक धारावाहिक ’’हमनवाज़’’का शानदार शतक पूरा हुआ
राजू बोहरा नई दिल्ली,
दूरदर्शन के राष्ट्रीय चैनल डीडी नेशनल पर मिड प्राइम टाइम यानी आॅफटरनून स्लॉट में इन दिनों कई लोकप्रिय डेली शो चल रहे है जिनमे से एक है सामाजिक और पारिवारिक विषय पर आधारित दैनिक धारावाहिक ’’हमनवाज़’’ जिसका प्रसारण सोमवार से शुक्रवार तक दोपहर 1 बजे हो रहा है जो दूरदर्शन के दर्शको में खासा लोकप्रिय है। धारावाहिक ’’हमनवाज़’’ एक पारिवारिक डेली धारावाहिक है जिसका निर्माण दूरदर्शन के लिए ’’एस.एम.आर.टेली फिल्म्स’’के बैनर तले जानीमानी निर्मात्री अश्विनी सिदवानी कर रही है जो इससे पूर्व भी दूरदर्शन के प्राइम टाइम के लिए लोकप्रिय धारावाहिक ’’एक किरण रौशनी की’’ जैसा सफल धारावाहिक बना चुकी है और आजकल अपनी सत्य घटना पर बनी पहली मराठी फिल्म ’’द साइलेंस’’को लेकर काफी चर्चा में है जो देश-विदेश के कई बड़े फिल्म फेस्टिवल में ना सिर्फ दिखाई जा चुकी है बल्कि कई इंटरनेशनल अवार्ड्स भी जीत चुकी है। पिछले ही दिनों गोवा में सम्पन हुये ’’46 वे अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोह’’में की इस फिल्म को भारतीय पैनोरमा के तहत चुना गया है।
इसके अलावा अश्विनी सिदवानी की इस मराठी फिल्म को हाल में ’’4 दिल्ली इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल’’ में भी प्रमुखता से दिखया गया है। धारावाहिक ’’हमनवाज़’’इस धारावाहिक के संवाद लिख रहे है देश के सुप्रसिद्ध हास्य व्यंग्य कवि स्वर्गीय श्री हुल्लड़ मुरादाबादी के सुपुत्र युवा कवि-लेखक व अभिनेता नवनीत हुल्लड़ जो इनके पिछले चर्चित शो ’’एक किरण रौशनी की’’को भी लिख चुके है। धारावाहिक की पटकथा स्वयं निर्माती अश्विनी सिदवानी लिख रही है और धारावाहिक के रचनात्मक प्रमुख अरपन भूखनवाला है। इस लोकप्रिय दैनिक धारावाहिक ने हाल में दूरदर्शन पर अपने प्रसारण का शानदार शतक पूरा कर लिया है।
धारावाहिक ’’हमनवाज़’’में फिल्मो और टेलीविजन के दर्जनो लोकप्रिय कलाकार अभिनय कर रहे है जिनमे भारतीय सिनेमा के मशहूर खलनायक रंजीत के अलावा फरीदा दादी, मुश्ताक खान, नवनीत हुल्लड़, गीता शंकर, रिचा सोनी, मोहसीन खान, मुक्ता सिंह, राज छाबरिया, नीलम गांधी, सोनम अरोरा और प्रशांत कनौजिया जैसे जानेमाने कलाकार मुख्य रूप से शामिल है। डीडी के दर्शको में तेजी से पॉपुलर हो रहे अपने इस शो के बारे में इसकी प्रोडूसर अश्विनी सिदवानी ने इसके बारे में बताया की धारावाहिक ’’हमनवाज़’’ दो अलग-अलग संस्कृतियो के मिलन की कहानी है जो लोगो को यह मैसेज देता है की नफरत चाहे जितनी भी बड़ी क्यों ना हो, उसे प्रेम के माध्यम से ही जीता जा सकता है। कुल मिलकर यह धारावाहिक रूढि़वादी परम्पराओ पर कड़ा प्रहार करता करता है।