बिजली और पानी मांगने पर लाठियां मिल रही हैं नीतीश के सुशासन में
बिहार बिजली संकट के दौर से गुजर रहा है, और बिहार दिवस के नाम पर जारी राज्य प्रायोजित कार्यक्रमों में जमकर बिजली फूंकी जा रही है। बिजली आपूर्ति की कमी से नाराज लोग अब हिंसा पर उतर गये हैं। भागलपुर के मुजाहिदपुर स्थित बिजली विभाग के कार्यालाय को लोगों फूंक दिया। दानापुर-साहेबगंज इंटरसिटी एक्सप्रेस की चार बोगियों को भी तोड़-फोड़ दिया, इसके साथ ही एक जीप को भी आग के हवाले कर दिया। बिहार दिवस समारोह के समापन के बाद बिजली के नाम पर फूटा लोगों का गुस्सा बढ़ते बिहार के नारा पर प्रश्नचिन्ह लगाता है।
बिहार में बिजली कट की वजह से कई क्षेत्रों में लोगों को पीने तक पानी नहीं मिल रहा है, शहरी क्षेत्रों की स्थिति तो और भी खराब है। शहरी आबादी पूरी तरह से बिजली पर ही निर्भर है। बिजली न मिलने की वजह से उनका सारा काम रुक जाता है। भागलपुर में जो कुछ हुआ वह लोगों का स्वाभाविक था। अभी गर्मी ठीक से शुरु भी नहीं हुई है, और अभी से ही लोग पानी के लिए तरसने लगे. न्याय के साथ सुशासन का नारा लगाकर सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने सबसे बड़ी चुनौती लोगों को मूलभूत सुविधाएं सहजता से उपलब्ध कराने की है, लेकिन मुख्यमंत्री का पूरा अमला बिहार में बिजली की फिजूल खर्ची करने में लगा हुआ है।
इसी तरह मुजफ्फरपुर और सहरसा में भी बिजली और पानी को लेकर लोगों ने जोरदार प्रदर्शन किया है। लोग सड़कों पर निकल कर पानी पानी चिल्ली रहे हैं। फिलहाल पानी-पानी की आवाज को दबाने के लिए डंडो का सहारा लिया जा रहा है, पुलिस वाले जमकर लोगों पर लाठियां चला रहे हैं और इस प्रतिक्रिया में लोगों का गुस्सा और भी भड़कता जा रहा है। लोगों को थोड़ी देर के लिए डंडे को जोर पर खदेड़ दिया गया है, लेकिन बिजली संकट से जूझने के लिए अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इसका सीधा सा कारण है बिहार में बिजली कम है, और जितना है उसका सही तरीके से इस्तेमाल भी नहीं हो रहा है।
इन प्रदर्शनों में महिलायें भी बहुत बड़ी संख्या में उतरी हैं, क्योंकि बिजली और पानी की कमी का सीधा असर महिलाओं पर ही पड़ता है। बच्चों को स्कूल भेजने से लेकर घर का खाना बनाने, कपड़ा साफ करने तक में पानी की जरूरत होती है। ऐसे में महिलाओं में बैचैनी होना स्वाभाविक है। नीतीश कुमार को सत्ता के शिखर तक पहुंचाने में महिलाओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया था। अब वही महिलायें बिजली और पानी मांग रही हैं तो उन पर लाठियां चलाई जा रही हैं।
No govt is good enough until it provides basic facilities…like water,bread and shelter to everyone…..When people in cities are suffering like this..then who cares for poor villagers…pity !!