मुंगेर डीएम के जनता दरबार में करोड़ों रुपए के गबन का मामला पहुंचा
लालमोहन महाराज, मुंगेर । आरटीआई कार्यकर्ता नाथो यादव ने मुंगेर डीएम को आवेदन देकर कहा है कि जिला परिषद के नजदीक भवन के ऊपर निर्माण कार्य में संबंधित अभियंताओं ने बिना प्रशासनिक स्वीकृति के गुणवत्ता विहीन कार्य कराते हुए करोड़ों रुपए की राशि का गबन किया है। उन्होंने पंचम वित्त आयोग अनुदान की करोड़ों राशि के गबन करने वाले के विरुद्ध जांच टीम गठित कर रिकवरी की मांग की है। उन्होंने कहा कि बिना प्रशासनिक स्वीकृति के जिला परिषद के नजदीक स्थित भवन दुकान एवं अन्य निर्माण कार्य में सरकारी ईंट, नदी का उजला बालू का उपयोग कर करोड़ों रुपए की राशि का गबन कार्यकारी एजेंसी के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता व कनीय अभियंता के द्वारा किया गया है। कार्यकारी एजेंसी के द्वारा तीन योजनाओं के निर्माण कार्य में सरकार की सैकड़ों वर्ष की पुरानी ईंट का उपयोग किया गया है। सरकारी ईंट को बाजार में बिक्री कर लाखों रुपए की भी अलग से कमाई की गई है। उन्होंने कहा कि जिला परिषद के निकट बहुत बड़ा गैरेज और भवन बना हुआ था ।गैरेज में 3 सरकारी जीप के अलावा दो शक्तिशाली जनरेटर, मोटर एवं दो शक्तिशाली कीमती मिक्सर मशीन के अलावा अन्य कीमती सामग्री भी रखा हुआ था। गैरेज से सटे सरकारी कर्मियों का आवास भी लंबा चौङा था। गैरेज और आवास को तोड़ने के दौरान उससे निकला बड़ा गेट ,सैंकड़ो लोहे का चदरा, सीट, लोहे का मोटा गाटर सबों को बिक्री कर तीनों अभियंताओं ने लाखों रुपए की अवैध कमाई की है। आरटीआई कार्यकर्ता ने कहा कि विगत वर्ष भी इस संबंध में कार्रवाई को लेकर आवेदन दिया गया था। लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गई। आरटीआई कार्यकर्ता ने मुंगेर डीएम नवीन कुमार से पुनः अनुरोध करते हुए कहा है कि कार्यकारी एजेंसी में शामिल तीनों अभियंताओं के द्वारा भवन,दुकान ,पथ एवं अन्य योजना कार्य के नाम पर करोड़ों रुपए की गबन की गई राशि की जांच किसी इमानदार पदाधिकारी की टीम गठित कर कराई जाए। साथ ही गबन की गई करोड़ों रुपए की राशि की रिकवरी दोषी अभियंताओं के वेतन, चल एवं अचल संपत्ति से रिकवरी कराई जाए।