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मुंगेर पुलिस ने हथियार तस्करों को अवैध हथियार के साथ रंगे हाथ धर दबोचा

दुश्मनों को खत्म करने को लेकर पिस्टल खरीदने के लिए मध्य प्रदेश से मुंगेर आए थे दीपक व अजय

लालमोहन महाराज ,मुंगेर
मुंगेर एसपी सैयद इमरान मसूद ने प्रेस कांफ्रेंस आयोजित कर अवैध आर्म्स सप्लायर व इस कांड में अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार तस्करों के कांड का खुलासा कर दिया है। मुंगेर एसपी ने कहा कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि कोतवाली थाना अंतर्गत बाटा चौक के पास कुछ व्यक्ति अवैध हथियार की खरीद बिक्री करने वाले हैं।

सूचना के सत्यापन एवं त्वरित आवश्यक कार्रवाई हेतु अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी राजेश कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम में शामिल कोतवाली थाना अध्यक्ष राजीव कुमार तिवारी व पुलिस बलों ने बाटा चौक के पास पहुंचकर घेराबंदी कर छापेमारी की कार्रवाई प्रारंभ किया तो देखा गया कि चार आदमी एक कोने में खड़े होकर आपस में बातचीत कर रहे हैं।चारों व्यक्तियों से नाम पता पूछा गया तो उन्होंने अपना अपना नाम मुंगेर निवासी पूरब सराय थाना क्षेत्र के मो शहगीर के पुत्र वली आजम, मो शमशेर के पुत्र मो नौशाद, मध्य प्रदेश राज्य के निशिॅॅह पुर के भगवान दास के पुत्र दीपक कुमार, भगवत सिंह के पुत्र अजय कुमार बताया ।

चारों व्यक्तियों की जब विधिवत तलाशी ली गई तो उसके पास से चार अलग-अलग कंपनी के एंड्राइड मोबाइल फोन ,50 हजार नगद ,एक बाइक और बाइक के सीट के नीचे कपड़े में लपेटा हुआ दो देसी कट्टा एवं एक पिस्टल बरामद किया गया। हथियार के साथ चारों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के क्रम में दीपक कुमार एवं अजय कुमार के द्वारा स्वीकार किया गया कि पट्टीदारी के विवाद में दुश्मनों को खत्म करने के लिए पिस्टल खरीदने के लिए वली आजम के पास मध्य प्रदेश से आए हुए हैं। बताते चलें कि मिनी गन फैक्ट्री व आर्म्स एक्ट के मामले में गिरफ्तार मो वली आजम के विरुद्ध मुफस्सिल थाना क्षेत्र के पांच कांड ,जमालपुर थाना के एक कांड, पटना रेल थाना कांड, बरियारपुर थाना, सफिया सराय थाने में मामले दर्ज हैं।

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सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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