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मुंगेर में समारोह पूर्वक एन सी सी ने सीनियर्स को दी विदाई

लालमोहन महाराज ,मुंगेर
बी.आर.एम.कॉलेज में एन सी सी कैडेट्स ने अपने सीनियर्स के लिए विदाई समारोह का आयोजन किया। विदाई समारोह में महाविद्यालय के माननीय प्रधानाचार्य डॉ अजीत कुमार ठाकुर, ए.एन.ओ. लेफ्टिनेंट कुमारी नेहा,सारे शिक्षकगण और एन सी सी के सभी सीनियर्स मौजूद थे। सबसे पहले कैडेट ने प्रचार्य से कार्यक्रम को शुरू करने की अनुमति ली। तत्पश्चात गणेश वन्दना पर नृत्य के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इसके बाद लगातार नृत्य व संगीत की प्रस्तुति से माहौल संगीतमय हो गया। कार्यक्रम के दौरान प्रधानाचार्य ने सभी सीनियर्स को आर्शीवाद व शुभकामनाएँ देते हुए बताया कि किस तरह एन सी सी कैडेट्स हमेशा कॉलेज के कार्यक्रमों मे बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेते हैं. उन्होंने कॉलेज के कार्यों में कैडेट्स के द्वारा सदैव सह‌योग दिए जाने की सराहना की। मौके पर उपस्थित ए एन ओ लेफ्टिनेंट कुमारी नेहा ने भी अपने कैडेट्स को उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए आशीर्वाद दिया. साथ ही कॉलेज के अन्य शिक्षकगणों ने भी बधाई दी और आशीष दिया। कार्यक्रम के दौरान सभी सीनियर्स के लिए कई प्रकार के खेलों का आयोजन किया गया। खेलों में बेहतर प्रदर्शन पर स्वयं ए एन ओ ने कैडेट्स आस्था राज, अंडर ऑफिसर निधि कुमारी, सारजेंट मुस्कान भारती को ईनाम के तौर पर मेडल से सम्मानित किया। कार्यक्रम के दौरान नृत्यों की मनलुभावन प्रस्तुति ने सभी का मन मोह लिया । लॉन्स कॉर्पोर्ल रितिका और कैडेट नीलू ने अपनी सीनियर्स के साथ बिताए लम्हों पर अपने विचारों व शब्दों को सबके साथ साझा किया। जूनियर्स कैडेट ने अपने सीनियर्स के लिए केक कटिंग सेरेमनी का आयोजन किया और फिर कार्यक्रम के अंत में एन सी सी बैच 2022-25 की ‘अंडर ऑफिसर निधि कुमारी’ और ‘सारजेंट मुस्कान भारती’ को “बेस्ट कैडेट” अवार्ड से सम्मानित किया गया। कार्यक्रम कॉलेज के शिक्षक डॉ निर्मला मैम, डॉ नीलू मैम, माधवी मैम, निर्मला मैम,

कॉर्पोल खुशबु कुमारी, कैडेट दीक्षा कुमारी,लक्की कुमारी,अर्या कुमारी,छोटी कुमारी,खुशी कुमारी,आदिती कुमारी और भी कई कैडेट्स के सहयोग सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। सभी कैडेट्स ने कार्यक्रम में आए सभी शिक्षकगण को कार्यक्रम में शामिल होने व स्नेह देने के लिए धन्यवाद दिया और सीनियर्स को उपहार भेंटकर स्नेहपूर्ण विदाई दी।

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सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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