नारी नमस्ते

हेल्दी हैंडस, केयरिंग हर्ट्स’ के थीम  होगा XXVIII BOGSCON-2022 : डॉ. विनीता सिंह

पटना.पटना अब्स्टेट्रिक एण्ड गायनोकोलाउजिकल सोसाइटी द्वारा प्रसूति और स्त्री रोग के क्षेत्र में नवीनतम अवधारणा, नवीन तकनीकों और नए विकास को सामने लाने के मकसद से द्विवार्षिक सम्मेलन यानी XXVIII BOGSCON-2022 का आयोजन आगामी 02 दिसंबर 2022 से होटल मौर्या (पटना) में किया जा रहा है। इस सम्मेलन का आयोजन 02, 03 और 04 दिसंबर, 2022 को किया जा रहा है, जिसमें देश भर से चिकित्सकों को जमावड़ा लगने वाला है।

उक्त जानकारी आज होटल पनाश, गांधी मैदान, पटना में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान XXVIII BOGSCON-2022 सम्मेलन की आयोजन अध्यक्ष डॉ. विनीता सिंह एवं आयोजन सचिव डॉ. सुप्रिया जायसवाल ने संयुक्त रूप से दी। इस मौके पर आयोजन सचिव डॉ. निभा मोहन, डॉ. चारु मोदी और डॉ. स्मृति स्पर्श भी मौजूद रहीं। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि इस बार इस सम्मेलन का थीम ’हेल्दी हैंडस, केयरिंग हर्ट्स’ है। उन्होंने बताया कि सम्मेलन को 14 ICOG क्रेडिट पॉइंट और 8 बिहार काउंसिल ऑफ मेडिकल रजिस्ट्रेशन (BCMR) क्रेडिट घंटे से सम्मानित किया गया है। सम्मेलन में मुखउ रुओ से जोखिम में गर्भावस्था का प्रबंधन, प्रजनन जीवन में हार्मोन असंतुलन, ट्यूमर सौम्य से घातक, प्रजनन क्षमता बढ़ाने में वर्तमान रुझान, ऑपरेटिव प्रसूति और प्रजनन नियंत्रण आदि पर चर्चा होनी है।

उन्होंने सम्मेलन का मुख्य आकर्षण की जानकारी दी।
1. 2 दिसंबर 2022 : ‘बांझपन’ पर प्री – कॉन्फ्रेंस कार्यशाला
2. वैज्ञानिक सत्र – 3 और 4 दिसंबर : इसमें डॉ. हृषिकेश डी. पई, अध्यक्ष, एफओजीएसआई, डॉ. एस. शांता कुमारी, आईएमएम और पूर्व अध्यक्ष, FOGSI, डॉ. नंदिता पलशेतकर द्वारा दिए गए 3 व्याख्यान शामिल हैं।
3. हमारे साथी प्रसूति और स्त्री रोग विशेषज्ञों के ज्ञान को समृद्ध और अद्यतन करने के लिए हमारे पास मुख्य भाषण, पैनल चर्चा, अतिथि व्याख्यान, दिग्गज भाषण सत्र, बहस और अन्य प्रायोजित वार्ताएं हैं।
4. “किशोर स्वास्थ्य” पर एक सार्वजनिक मंच भी आयोजित किया जाता है जहां किशोरों और किशोरों की समस्याओं और चुनौतियों पर विभिन्न विशिष्टताओं के सम्मानित पैनलिस्टों द्वारा चर्चा की जाएगी।
5. उद्घाटन समारोह 3 दिसंबर, 2022 को शाम 06:00 बजे एच.ई. द्वारा उद्घाटन किया गया। बिहार के राज्यपाल श्री फागू चौहान जहां पीओजीएस के नए अध्यक्ष की स्थापना की जाएगी, उसके बाद मस्ती भरा सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा, जहां हमारे समाज के उत्साही सदस्य मनोरंजन करेंगे और दिन के मनोरंजक वैज्ञानिक सत्र से तनाव दूर करेंगे।
6. देश भर से 40 से अधिक राष्ट्रीय संकायों ने हमारे अपने वरिष्ठ पूर्व अध्यक्षों, संरक्षकों और सलाहकारों जैसे पद्मश्री डॉ. शांति रॉय, डॉ. मंजू गीता मिश्रा, डॉ. प्रमिला मोदी, डॉ. के. जी. कपूर, के साथ अपनी भागीदारी की पुष्टि की है। डॉ. बरुण कला सिन्हा हैं।

मौके पर साइंटिफिक चेयरपर्सन डॉ आभा रानी सिन्हा, पब्लिक फोरम की चेयर पर्सन डॉ प्रमिला मोदी, इनॉग्रेशन कमेटी की चेयर पर्सन डॉ सुजाता, डॉ मीना सावंत,डॉ रीता सिन्हा, डॉ धर्मशीला शर्मा,डॉ रानू सिंह,डॉ के मंजू,डॉ संगीता,डॉ कुमकुम सिन्हा,डॉ उषा कुमारी,समेत अन्य सीनियर डॉ लोग मौजूद रहे।

editor

सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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