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पहला पन्ना
वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी तंग थे इंस्पेक्टर बालेश्वर प्रसाद से
इंस्पेक्टर बालेश्वर प्रसाद आशुतोष कुमार पांडेय, मुजफ्फरपुर मुजफ्फरपुर में कुछ ही दिन पहले एक घटना हुई थी। बच्चों को…
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अंदाजे बयां
शहीद भगत सिंह में न तो ग्लैमर है, न मार्केट वैल्यू, न कोई टीआरपी
चंदन कुमार मिश्र, पटना 23 मार्च 2011 को हमारे देश की संसद में यह तय किया जा रहा था…
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हर भ्रष्ट को मारो जूते जी
फिलहाल भारत में सिविल सोसाइटी की धूम मची हुई है। बहुत कुछ हो रहा है, बहुत कुछ होनवाला है। राजू…
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जन लोकपाल बिल में रेमन मैगसेसे पुरस्कार की बात क्यों ?
चंदन कुमार मिश्र, पटना पता नहीं कैसे लोग मीडिया में होते हैं जिनको आंख पर पट्टी बांधकर रहना अच्छा लगता…
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जर्नलिज्म वर्ल्ड
सिम्मी मरवाहा ट्रस्ट ने चार पत्रकारों को सम्मानित किया
तुमने जिन पौधो को रोपा,फूले और फलेगें,पत्रकारिता की वेदी पर सौ सौ सूर्य ढलेंगे। दिवंगत कवि पांडे आशुतोष की इन…
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जब अन्ना की मांग में ही दम नहीं है तो परिणाम क्या होंगे?
पंकज चतुर्वेदी, नई दिल्ली कोई दो दशक पहले वरिष्ठ पत्रकार विनीत नारायण ने :कालचक्र: के दिनों में एक डायलोग दिया था…
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सुशासन बाबू से गरीबन की गुहार
बिहार में दूसरी पारी खेल रहे सुशासन बाबू के राज्य में में कुशासन का दौर जारी है। समस्तीपुर जिले के…
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यह जीत नहीं, भारत के लाखों-करोड़ों के विदेश जाने का संकेत है
चंदन कुमार मिश्र, पटना जीतना सबको अच्छा लगता है। जीत का मतलब ही होता है आंशिक उन्माद। और यह उन्माद…
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पटना में डिस टीवी उपभोक्ता परेशान
पटना में डिस टीवी उपभोक्ता परेशान हैं . परेशानी का कारण है कि पटना स्थित डिस केयर सेंटर सर्विस के…
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पत्रकारिता या दलाली….।
आशुतोष, मुजफ्फरपुर समाज, अपने आप से, दुनियां से और कई लोगों से अपने आपको पत्रकार मानना, मनवाना अच्छा लगता है।…
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