नीतीश के मायने !
अनिता गौतम
सारी दुनिया एक तरफ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक तरफ। फिलहाल की स्थिति और उनकी बिहार के लिए समर्पित कार्यशैली...
… कुछ भी बन बस कायर मत बन !
‘सबसे ख़तरनाक होता है
हमारे सपनों का मर जाना
कुछ भी बन बस कायर मत बन’।
पाश की यह लाइन जीने की कला सिखाती है, भारतीय शिक्षा...
मोदी बनाम गुमनाम का पीएम कुर्सी वार
विकास कुमार गुप्ता//
हालिया भाजपा की राष्ट्रीय परिषद बैठक में नरेन्द्र मोदी की उपस्थिति ने पीएम कुर्सी द्वंद के बादल और भी गहरे कर दिये...
शिक्षकों को लेकर सांप और छछूंदर की स्थिति में नीतीश हुकूमत
नियोजित शिक्षकों (ठेकेदारी प्रथा पर रखे गये) को लेकर बिहार में नीतीश सरकार की स्थिति सांप और छछूंदर वाली हो गई है, न उगलते...
काटजू के बयान पर बिहार सरकार की बौखलाहट
हर हमेशा विवादों में रहने वाले और अपने नीतीश विरोधी बयानों की बजह से जस्टिस काटजू पिछले कई दफा बिहार की मीडिया के लिए...
आंदोलनों का गर्भपातगाह बना हुआ है दिल्ली!
पिछले कुछ अरसे से दिल्ली आंदोलनों का गर्भपातगाह बना हुआ है। पहले अन्ना आंदोलन, फिर बाबा रामदेव का आंदोलन, फिर अरविंद केजरीवाल का आंदोलन,...
अम्बेडकर : “शिक्षित बनो, संगठित रहो, संघर्ष करो !!!”.
सतीश आर्या//
1948 से, अम्बेडकर मधुमेह से पीड़ित थे। जून से अक्टूबर 1954 तक वो बहुत बीमार रहे इस दौरान वो नैदानिक अवसाद और कमजोर...
तर्कसंगत है जस्टिस काटजू की टिप्पणी
अनुराग मिश्र//
कल भारतीय प्रेस परिषद् के अध्यक्ष मार्केंडेय काटजू ने कहा कि देश के 90 फीसदी भारतीय मूर्ख हैं। जिस पर देश की मीडिया...
मीडिया में दलित और मुस्लिम समुदाय का प्रतिनिधित्व नगण्य है: इर्शादुल...
दलित और शोषित समाज मौजूदा मीडिया का हिस्सा नहीं हैं। मीडिया को इनकी जरूरत नहीं। मीडिया बाजार के हिसाब से अपना रुख तय करता...
भस्मासुर में तब्दील होती जा रही मीडिया
दयानंद पांडेय//
ज़ी न्यूज़ के संपादक सुधीर चौधरी और बिज़नेस हेड समीर आहुलवालिया की आज हुई गिरफ़्तारी का स्वागत किया जाना चाहिए। मीडिया के लिए...