अल्पसंख्यक समुदाय को तेजस्वी कर रहे हैं गुमराह : गुड्डू राईन
लालमोहन महाराज, मुंगेर
मुंगेर जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष शाहिद अख्तर उर्फ गुड्डू राईन ने तेजस्वी यादव को आड़े हाथ लेते हुए कहा है कि 2005 के पूर्व के सत्ता संपोषित राजघराने के युवराज बिहार की जनता ,खासकर अल्पसंख्यक समुदाय को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं. जिला कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम की आड़ में सैर सपाटे पर बिहार में निकले हुए हैं.गुड्डू राईन ने आगे बयान जारी कर कहा कि कार्यकर्ता संवाद कार्यक्रम के यात्रा के क्रम में तेजस्वी यादव
का अल्पसंख्यक समुदाय से मिलना मदरसो और खानकाहों में जाना, इनकी खिसकती हुई जमीन का परिचायक है.
क्योंकि विगत उपचुनाव में राजद की हार ,खासकर बेलागंज विधानसभा में माई समीकरण ध्वस्त हो गया .
इन चुनावी नतीजों में बिहार की जनता ने राजद को सिरे से नकार दिया है. कल तक तेजस्वी यादव ए टू जेड की पार्टी बोलकर अपने दल के अल्पसंख्यक कार्यकर्ताओं और नेताओं की उपेक्षा करते रहे.जब बिहार की जनता खासकर बहुसंख्यक समुदाय के अधिकतर वर्गों ने उनके माता-पिता के जंगल राज को दोबारा बिहार में नहीं आए,इसके लिए ठुकरा दिया तो फिर से अल्पसंख्यक समुदाय को साधने का प्रयास कर रहे हैं .जिसे अल्पसंख्यक समुदाय भली-भांति समझ रहे हैं .इसलिए धार्मिक गुरुओं के माध्यम से यह अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने का प्रयास कर रहे हैं जो सफल नहीं होगा . बिहार में 2005 के बाद से नीतीश कुमार के शासनकाल में अल्पसंख्यक समुदाय का सर्वांगीण विकास हुआ है.उसे बिहार की अल्पसंख्यक समुदाय की नई पीढ़ी भी देख भी रहीे है और समझ रही है. इसलिए 2025 में नीतीश कुमार के साथ अल्पसंख्यक समुदाय मजबूती के साथ खड़ा रहेगा,
क्योंकि बिहार विकसित होने की ओर अग्रसर है. खासकर मुस्लिम समुदाय से जदयू के हर कार्यकर्ताओं की अपील है कि अपने मत को बिहार को विकसित राज्य बनाने में दें ना कि जंगलराज को लाने में. अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष गुड्डू राईन ने आगे कहा कि लालटेन युग में बिहार को रखने वाले बिहार में बिजली की बात कर रहे हैं जो हास्यास्पद है .बिहार की जनता को मालूम है कि बिहार में 24 घंटा बिजली सस्ती दरों पर मिल रही है. जिसकी बुनियाद पर बिहार की जनता और खासकर महिला मतदाता नीतीश कुमार के व्यक्तित्व पर अपना मत देते आ रहे हैं और 2025 में पूरी मजबूती के साथ मत देकर नीतीश कुमार की सरकार को बनाएंगे