नारी नमस्ते

खेलों के प्रति उदासीन है बिहार सरकार : वेटलिफ्टर सृष्टि सिंह

• अनिता गौतम //

बिहार के सिवान जिले के मैरीतार गांव की वेटलिफ्टर सृष्टि सिंह को गाजियाबाद के  मोदीनगर में आयोजित नेशनल वेटलिफ्टिंग चैंपियनशिप में 75 किलोग्राम श्रेणी में गोल्ड मेडल मिला है। नेशनल वेटलिफ्टिंग की सात कैटेगरी में से 75 किलोग्राम की कैटेगरी में सृष्टि सिंह सबसे ऊपर हैं। भारतीय रेलवे के लिए  खेलने वाली सृष्टि सिंह को यहां तक पहुंचने में उनके पिता विंध्याचल सिंह और मां शीला सिंह का सबसे बड़ा योगदान है। हालांकि सृष्टि बताती हैं-“मां जी-पिता जी और भाई समेत पूरे परिवार का पूरा सपोर्ट रहा है तभी मैं यहां तक पहुंची हूं। वैसे सफलता की सीढ़ी चढ़ने के लिए परिवार का सहयोग बेहद जरूरी है।”
कॉमनवेल्थ गेम्स 2010 में भाग ले चुकीं सृष्टि सिंह उत्तर प्रदेश से साल 2000 से वेटलिफ्टिंग कर रही हैं। उनके बेहतर प्रदर्शन को देखते हुए साल 2008 में रेलवे के लिए चुन लिया गया। तब से रेलवे के लिए खेलती हैं।
एक सवाल के जवाब में कि सृष्टि सिंह कहती हैं-“शुरू में वेटलिफ्टिंग पसंद नहीं थी। पिता जी के कहने से वेटलिफ्टिंग में करियर बनाने लगी। लेकिन आज जब सफलता मिल रही है तो इसका श्रेय भी उन्हीं को देना चाहूंगी।”
वेटलिफ्टर सृष्टि सिंह बिहार के सिवान जिले की रहने वाली हैं। जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने बिहार की बजाय यूपी से खेलना क्यों शुरू किया तो उनका जवाब था-“खेलों को प्रोत्साहन देने के मामले में बिहार सरकार बहुत उदासीन है। ऐसा नहीं है कि बिहार में अच्छे खिलाड़ी नहीं हैं या उनमें क्षमता नहीं है। कमी है तो बिहार सरकार में।“ उन्होंने कहा कि-“यदि बिहार सरकार चाहे तो मैं उसकी ओर से भी खेल सकती हूं लेकिन पहल उसे करनी होगी। बिहार सरकार को खेलों को बढ़ावा देने चाहिए।”
वेटलिफ्टिंग एक पावर गेम है। इसमें करियर बनाने के लिए कड़ी मेहनत करनी होती है। यही नहीं यह काफी महंगा खेल भी है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता पाने के लिए एक बेहतर कोच की भी जरूरत होती है।
वेटलिफ्टर सृष्टि सिंह अपने भावी लक्ष्य के बारे में बताते हुए कहती हैं-“उनका अगला लक्ष्य 2014 में स्कॉटलैंड में होने वाले कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल लाना है। मेरा पूरा ध्यान उसी पर है।”
वेटलिफ्टर सृष्टि सिंह को अभी तक एक दर्जन से अधिक इंटरनेशनल, नेशनल अवॉर्ड मिल चुके हैं।

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3 Comments

  1. बिहार सरकार की उपेक्षा से उत्तर प्रदेश के लिए गर्व की बात रही कि,’सृष्टि सिंह’ ने उत्तर प्रदेश का प्रतिनिधित्व किया। हम उनकी और अधिक सफलता की कामना करते हैं।

  2. GHAZIABAD KE MODINAGAR ME AAYOJIT WEIGHTLIFTING PRATIYOGITA KE SAMAPAN PAR 10 JAN. KO UP KE CM AKHILESH YADAV JI AAYE THE. KHELON KA DURBHAGYA DEKHIYE KI VEH JANPAD KO KUCHH DEKAR NAHI GAYE

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