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खेसारी व अक्षरा  की पानी पानी का भोजपुरी वर्जन रिलीज

वाराणसी। बॉलीवुड रैपर बादशाह की साल की ग्लोबल हिट पानी पानी का भोजपुरी वर्जन सारेगामा हम भोजपुरी द्वारा बनारस के होटल ताज में रिलीज कर दिया गया है। भव्य कार्यक्रम के दौरान ट्रेंडिंग स्टार खेसारीलाल यादव, प्रसिद्ध एक्ट्रेस अक्षरा सिंह, सारेगामा के सीएमडी विक्रम मेहरा, गायिका ऋणी चंद्रा मौजूद रहें। गाने में भोजपुरी ट्रेंडिंग स्टार खेसारीलाल यादव और सुपर हॉट अक्षरा सिंह नज़र आ रही हैं वहीं अपने ट्रेडमार्क स्वैग के साथ बादशाह  भी इस गाने में भोजपुरी रैप करते नज़र आ रहे हैं। जबकि गाने की फीमेल वोकल्स रिनी चंद्रा ने दी हैं, जिसे आस्था गिल ने हिंदी ओरिजिनल में गाया था।

पानी पानी का भोजपुरी संस्करण आज सारेगामा हम भोजपुरी के यूट्यूब चैनल पे रिलीज किया गया है साथ ही सभी प्रमुख संगीत स्ट्रीमिंग ऐप पर भी उपलब्ध है। यह जोड़ी कभी ऑन और ऑफ-स्क्रीन काफी लोकप्रिय जोड़ी थी। एक लंबे अंतराल के बाद, भोजपुरी पानी पानी वीडियो में अब फिर से दिखाई दे रही, जो अपने विभिन्न लुक्स और सिज़लिंग केमिस्ट्री में पारा को बढ़ा रही है।

अक्षरा और खेसारी बेहतरीन लुक में सिग्नेचर पानी पानी हुक स्टेप कर रहे हैं। खेसारी और अक्षरा के बीच की डायनामिक केमिस्ट्री खूब धमाल मचा रही है और फैंस इसे खूब पसंद भी कर रहे हैं।

वहीं, कार्यक्रम को संबोधित करते हुए खेसारीलाल यादव ने कहा कि पानी पानी साल का सबसे बड़ा हिंदी गाना है और इसे भोजपुरी में फिर से तैयार करने का मौका मिलना, बेहतरीन अनुभव है। जब सारेगामा हम भोजपुरी ने मुझसे भोजपुरी वर्जन करने के लिए संपर्क किया तो मैंने एक दम हाँ कर दिया। इसे और खास बना दिया गया कि मुझे वीडियो में अक्षरा सिंह के साथ मूव्स करने को मिले और बादशाह भाई ने भोजपुरी में रैप किया है। मुझे लगता है कि यह भोजपुरी संगीत का सबसे बड़ा गाना होने जा रहा है।

सिजलिंग अक्षरा कहती हैं मूल पानी पानी के सिग्नेचर हुक स्टेप का मिलान करना एक बड़ी उपलब्धि थी। वीडियो को बहुत बड़े पैमाने और ग्लैमर के साथ शूट किया गया है और मुझे खेसारी के साथ लंबे अंतराल के बाद काम करना अच्छा लगा। यह मेरे प्रशंसकों के लिए साल के अंत में एक उपहार होने जा रहा है- यह हर पार्टी प्लेलिस्ट का हिस्सा होगा।

गाना यहां देखा जा सकता है:https://bit.ly/bhojpuripaanipaani

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सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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