नरेंद्र मोदी के मंत्रियों की बढ़ीं संपत्ति का जांच हो : फैजल अहमद
तेवरऑनलाईन, पटना
बिहार प्रदेश युवा जनता दल (यू) के वरीय नेता फैसल अहमद ने कहा कि 100 दिन में देश का कायाकल्प करने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार में पांच महीने में काम तो कम हुए पर उनके मंत्रियों की सम्पति दनादन बढ़ाने पर जोर दिया और करोड़ों की सम्पति अर्जित की। उनके मंत्रियों ने काम में कम धन बढ़ाने में ज्यादा ध्यान दिये है और गरीबों की गाढ़ी कमाई का मजाक उड़ाया है। इस तरह का उदाहरण बिहार में जब भाजपा सत्ता में थी तब देखा गया था। उनके एक मंत्री के यहां से करोड़ों रूपये चोरी के बाद जब्त हुए थे। साथ ही भाजपा कोटे के मंत्री मालामाल हो गये। अहमद ने कहा कि हाल ही में प्रतिष्ठित सर्वे कंपनी एडीआर द्वारा जारी मोदी सरकार के मंत्रियों के पीएमओ को दिए गए संपत्ति के ब्योरा और उनके निर्वाचन के समय दिए गए। ब्योरा में बहुत का अंतर देखा गया। आकड़े के मुताबित मोदी सरकार के कई मंत्रियों जिनके पास मालदार विभाग है उनकी संपत्ति उतनी ही तेजी से बढ़ी है। जारी आकड़ों के मुताबित देश में रेलमंत्री सदानंद गोड़ा की संपत्ति लगभग 10 करोड़ बढ़ी है। उनकी संपत्ति लोकसभा चुनाव के वक्त 9,88,88,874 था जो महज पांच माह में ही 20,35,65,477 हो गया। वहीं भाजपा के बिजली मंत्री पीयूष गोयल की संपत्ति 212 प्रतिशत और भाजपा के महामंत्री रहे सामाजिक न्याय विभाग के मंत्री थावर चन्द्र गोहलत की संपत्ति 323 प्रतिशत बढ़ी है साथ ही भारी उद्योग मंत्री पी राधाकृष्णन की सम्पति भी 73 प्रतिशत बढ़ी है। वहीं बिहार से तालुकात रखने वाले उपेन्द्र कुशवाहा की संपत्ति भी 2014 के चुनाव के वक्त महज 24829741 रूपये तो 100 दिन में 3 करोड़ 20 लाख 51 हजार 949 हो गई। वहीं पेट्रोलियम मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान की संपत्ति 61 प्रतिशत बढ़ी है। उनकी संपत्ति राज्यसभा चुनाव के वक्त 15,44,615 या तो बढ़कर 2,48,35,000 हो गया। इसके अलावा कानून की दुहाई देने वाले रविशंकर प्रसाद की भी सम्पति 37 प्रतिशत व रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा की सम्पति 18 प्रतिषत बढ़ी है। इस आकड़े को देखने से लगता है रामविलास पासवान व राधामोहन सिंह मंत्रियों ने अपनी संपत्ति छुपाई है। साथ ही नरेन्द्र मोदी के चहेते मंत्रियों ने अपनी सम्पति में नो चेंज या सम्पति घटने की बात कही है। जो सरासर गलत है। उन्होंने ने मांग की है कि सीबीआई या निगरानी से सभी मंत्रियों की संपत्ति की सही जांच कराई जाय। और उन मंत्रियों पर आय से अधिक सम्पति रखने का मुकदमा चलाई जाय।