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निसार खान और ऋतू सिंह की फिल्म ‘लंका में सीता’  का फर्स्ट लुक रिलीज़

गोपी शनमुख क्रिएशन Gopi Shanmukha Creation के बैनर तले बनी भोजपुरी फिल्म ‘लंका में सीता’ LANK MEIN SEETA का फर्स्ट लुक पोस्टर रिलीज़ किया गया है। फिल्म का फर्स्ट लुक पोस्टर काफी आकर्षित कर रहा है। जिस तरह फिल्म का नाम काफी अलग और अनोखा है उसी तरह फिल्म का फर्स्ट लुक भी बिलकुल हटकर है। बात करे फिल्म के पोस्टर में दिखाई जाने वाले कलाकारों की तो फिल्म में मुख्य भूमिका निभा रहे निसार खान Nisar khan और ऋतू सिंह Ritu singh बेहद ही अनोखे अंदाज में पोस्टर में नजर आ रहे है। फिल्म ‘लंका में सीता’ यह फिल्म भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की एक ऐसी फिल्म है जिसमें दर्शकों को एक रीयलिस्टिक अंदाज मनोरंजन के रूप में देखने को मिलेगा। निसार खान जो कई भोजपुरी फिल्मों का हिस्सा रह चुके है वे इस फिल्म में काफी दमदार एक्शन करते नजर आएंगे तो वही एक्ट्रेस ऋतु सिंह जो आज भोजपुरी इंडस्ट्री की एक सफल हीरोइन है वे भी फिल्म में अपने कुछ नया अंदाज को लेकर धमाका करने वाली है। निसार खान और ऋतू सिंह की जोड़ी दर्शको के बीच एक नयापन जरूर बयां करेगी। फिल्म में निसार खान और ऋतू सिंह के साथ हैरी जोश का भी दमदार अंदाज देखने मिलेगा जो फिल्म में मुख्य खलनायक के रूप में नजर आएँगे। फिल्म ‘लंका में सीता’ नवंबर लास्ट में पुरे भारत में रिलीज़ की जाएगी सारी तैयारी पूरी हो चुकी है।

इस फिल्म का निर्माण तल्लापका सुरेंद्र रेड्डी Tallapaka Surendra Reddy ने किया है तो वही कई सुपर हिट भोजपुरी फिल्मो का निर्देशन कर चुके लेखक और निर्देशक सुब्बाराव गोसांगी Subbarao Gosangi है। फिल्म के डीओपी प्रकाश है तो वही संगीत का जिम्मा मशहूर निर्देशक ओम झा ने लिया है। आर्ट डायरेक्टर शेरा है तो वही दमदार एक्शन का तड़का लगाएंगे सी.ऐच रामकृष्णा, फिल्म के एडिटर है संतोष हरवाडे। फिल्म की टीम में कई लोग साउथ इंडस्ट्री से बिलोंग करते है तो यक़ीनन फिल्म में साउथ स्टाइल का तड़का तो जरूर देखने मिलेगा। इस फिल्म में अन्य कलाकारों की बात करे तो निसार खान और ऋतू सिंह के साथ फिल्म में हैरी जोश, ,समर्थ चतुर्वेदी ,प्रकाश जैस, मोंटू,रागिनी,साइना सिंह, अजय,पूजा,मास्टर शौर्य, शांति प्रिया और ग्लोरी मोहन्ता भी नजर आएँगे। इस फिल्म के प्रचारक संजय भूषण पटियाला है।

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सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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