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पावर स्टार पवन सिंह की एक्शन पैक्ड फिल्म ‘हमार स्वाभिमान’ इस छठ पूजा पर होगी रिलीज

भोजपुरी म्यूजिक वर्ल्ड में दुनिया भर में झंडे गाड़ने वाले पावर स्टार पवन सिंह की अपकमिंग फिल्म ‘हमार स्वाभिमान’ छठ पूजा के अवसर पर रिलीज होगी। इसकी जानकारी फिल्म के निर्माता राम शर्मा (एनआरआई) ने दी। उन्होंने बताया कि फिल्म ‘हमार स्वाभिमान’ एक पारिवारिक एक्शन फिल्म है, जिसे हम 28 अक्टूबर को छठ पूजा के पावन अवसर पर रिलीज कर रहे हैं। फिल्म ऑल इंडिया रिलीज होगी। साथ ही हम अपनी फिल्म को नेपाल में भी रिलीज कर रहे हैं। इसके लिए तैयारी जोर शोर से चल रही है। फिल्म के डिट्रीब्यूटर प्रांसुल मैजिक मोमेंट के प्रवीण सिन्हा हैं।

उन्होंने कहा कि पवन सिंह की ख्याति अब सिर्फ भोजपुरी में नहीं, दुनिया भर में हैं। लोग उनके गाने बड़े प्रेम से सुनते हैं और उन्हें फिल्मों में भी देखना चाहते हैं। उनकी फिल्मों का बॉक्स ऑफिस को इंतजार होता है, जो अब खत्म होने वाला है। भोजपुरी के दर्शक इस बार लोक आस्था का महापर्व छठ अपने फेवरेट स्टार पवन सिंह के साथ मनाएंगे। फिल्म ‘हमार स्वाभिमान’ बड़े बजट की फिल्म है। इंसान में अगर स्वाभिमान ना हो, तो वो खोखला होता है। हमारी फिल्म की कहानी भी एक स्वाभिमान को लेकर है। इसमें एक्शन भरपूर है, तो इमोशन और गीत संगीत भी कम नहीं है। हमारी फिल्म को दर्शक अपने परिवार और दोस्तों के साथ मिलकर देख सकेंगे। उम्मीद है छठ पूजा में फिल्म बॉक्स ऑफिस के सारे रिकॉर्ड ब्रेक करेगा और सबों पर पवन सिंह का जादू चलने वाला है।

राम शर्मा फिल्म प्रोडक्शन प्रस्तुत भोजपुरी फिल्म ‘हमार स्वाभिमान’ के निर्देशक चंद्र भूषण मणि हैं। फिल्म के लीड रोल में पवन सिंह हैं और उनके अपोजिट फीमेल लीड भोजपुरी हॉट केक अंजना सिंह हैं। फिल्म में डिंपल सिंह, राम शर्मा, कमल कृष्णा, राखी मिश्रा और वीना पांडेय भी मुख्य भूमिका में हैं। मंटू सिंह और कमाल कृष्णा विलेन की भूमिका में नजर आने वाले हैं, जिनके साथ पवन सिंह की पावर पैक्ड एक्शन सीक्वेंस देखने को मिलेगी। फिल्म के सुरीले गीतकार मनजी मीत हैं और संगीतकार छोटे बाबा बसही, छोटू रावत व संगम सिंह हैं। लेखक मनोज कुशवाहा, डीओपी देवेंद्र तिवारी, एक्शन श्री श्रेष्टा व कोरियोग्राफर रिकी गुप्ता – रवि पंडित का है।

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सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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