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बिहार क्रान्ति वर्चुअल महासम्मेलन में कांग्रेस नेताओं ने कहा- परिवर्तन के लिए तैयार है बिहार

पटना। बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी द्वारा बिहार क्रान्ति वर्चुअल महासम्मेलन की शुरुआत महात्मा गाँधी के कर्मभूमि पश्चिमी चम्पारण एवं पूर्वी चम्पारण से हुई। इस वर्चुअल रैली का आगाज करते हुए कांग्रेस सांसद एवं बिहार विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस स्क्रीनिंग कमिटी के अध्यक्ष अविनाश पाण्डे ने कहा कि बिहार अब परिवर्तन के लिए तैयार बैठा है। जनता तैयार है और इस चुनाव में अपने अपमान का बदला लेकर रहेगी। इस राज्य में बस जुमलों की बरसात हो रही है, कहीं कोई विकास का लक्षण नहीं दिख रहा है। किसान परेशान, छात्र परेशा, मजदूर परेशा सच तो यह है कि हर कोई परेशान है इस कुशासन से। अपराध अपने चरम पर है, महिलायें सुरक्षित नहीं है लेकिन सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रहा।

अतिथियों का स्वागत एवं संचालन करते हुए बिहार के सचिव प्रभारी अजय कपूर ने कहा कि यह बिहार क्रान्ति महासम्मेलन राज्य के सभी जिलों में किया जायेगा तथा अंत में सौ सम्मेलनों के पश्चात समुचे बिहार का एक साथ जो सम्मेलन होगा उसे हमारे नेता पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी सम्बोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि बिहार की पुण्य भूमि अब और अत्याचार एवं अनाचार नहीं सहेगी इस सरकार को हर कीमत पर उखाड़ फेकेगी।

अपने अध्यक्षीय भाषण में प्रदेश अध्यक्ष डा. मदन मोहन झा ने कहा कि जनता ने महागठबन्धन के पक्ष में मतदान कर भाजपा को हराया था, लेकिन नीतीश ने जनमत का अपमान करते हुए जिसे हरा कर आये थे उसी के गोद में बैठ गये। इन 15 सालों में जनता को सिवाय छलावा के और कुछ नहीं मिला। पश्चिमी एवं पूर्वी चम्पारण जो गाँधी की कर्मभूमि रही वह आज अपराध भूमि में बदल गया है। गन्ना किसान अपने हक के लिए लड़ रहे हैं। महिलाएँ त्रस्त हैं, लेकिन इस राज्य में कहीं कोई सुनवायी नहीं है। विकास के नाम पर सिर्फ और सिर्फ झूठ परोशा गया है। बेरोजगारों की बढ़ती फौज निश्चित रूप से एक आने वाले तूफान की चेतावनी है। एक ओर तो कोरोना कहर है और दूसरी ओर बाढ़ का प्रकोप। कोरोना के कारण सरकारी आदेश है कि जनता घरों में रहे दूसरी ओर बाढ़ के कारण जनता को ऊँचे स्थान पर जाने को गया गया है। 70 लाख से अधिक बाढ़ग्रस्त लोग सड़क पर रहने को मजबूत हैं। सरकार की ओर से न कोई राहत और न कोई उचित व्यवस्था। इस बिहार क्रान्ति महासम्मेलन का बिगुल बज चुका है जो परिवर्तन की बयार लायेगी।

राज्य सभा सांसद एवं बिहार कैम्पेन कमिटी के चेयरमैन डा. अखिलेश प्रसाद सिंह ने कहा कि पश्चिमी चम्पारण एवं पूर्वी चम्पारण के किसान मर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने वादा किया था कि यहाँ के चीनी मिलों का पुनरूद्धार करेंगे लेकिन 2014 के पहले जहाँ 27 प्रतिशत यहाँ के मिलों से देश के खपत में चीनी का योगदान रहता था वहीं यह घटकर 2 प्रतिशत से भी कम रह गया है। जनता इसे भूलेगी नहीं।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता आचार्य प्रमोद कृष्णन ने कहा कि झूठ के बुनियाद पर ही केन्द्र और बिहार की सरकार टिकी हुई है। देश में सबसे अधिक अगर कोई व्यक्ति बोलता है तो वह है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और नीतीश कुमार। झूठ का घड़ा भर चुका है और इस चुनाव में उसे फूटना ही है।

वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व मंत्री तारिक अनवर ने इस वर्चुअल रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य एवं विकास के क्षेत्र में हर ओर यहाँ सिर्फ अंधकार ही मिलेगा। लोग परेशान हैं, एक तो कोरोना की मार और दूसरा केन्द्र और राज्य सरकार के झूठ का व्यापार देश एवं राज्य को कई साल पीछे धकेल दिया है। नीतीश कुमार अब और जनता को मूर्ख नहीं बना पायेंगे। यह चुनाव उनका अंतिम चुनाव है। सच तो यह है कि जनता निर्णय ले चुकी है और अगली सरकार महागठबन्धन की सरकार होगी जो एक मजबूत एवं स्थायी सरकार होगी।

अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष सुष्मिता देव ने कहा कि बिहार में महिलाओं की स्थिति अत्यन्त ही बुरी है। इतना बड़ा काण्ड मुजफ्फरपुर का हुआ जहाँ छोटी-छोटी बच्चियों का शेल्टर होम में शोषण एवं बलात्कार हुआ पर इस सरकार को उसकी कोई फिक्र नहीं है। सुरक्षा गृह जहां बच्चियाँ अपने सुरक्षा के लिए जाती हैं वहीं उसके साथ इतना बड़ा काण्ड हुआ, इन बच्चियों की चित्कार इस चुनाव में गूंजेगी।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष एवं सांसद राजबब्बर ने नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि 15 साल की इस सरकार से जनता को कोई उम्मीद नहीं है। अपने पूरे शासन काल में नीतीश कुमार सिर्फ यही गणित लगाते रहे कि कैसे सत्ता पर काबिज रहा जाये न उन्हें राज्य की चिन्ता और न ही राज्य की जनता का।

प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने बताया कि आज के इस बिहार क्रान्ति वर्चुअल महासम्मेलन में सीधे तौर पर पश्चिमी एवं पूर्वी चम्पारण से सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों से दस लाख से ज्यादा लोग जुड़े। इससे भी अधिक लोग सोशल मीडिया यानि फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब एवं ट्वीटर के माध्यम से जुड़े। राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस के इस बिहार क्रान्ति महासम्मेलन के सामने नीतीश कुमार की वर्चुअल रैली सुपर फ्लाप रहा। जितना हमारे एक विधानसभा में लोग जुड़े उतना जदयू पूरे प्रदेश भर में नहीं जुटा पायी।

इस महासम्मेलन को महिला कांग्रेस की अध्यक्षा एवं विधायिका अमिता भूषण तथा चारो कार्यकारी अध्यक्ष डा. अशोक कुमार, डा. समीर कुमार सिंह, श्याम सुन्दर सिंह धीरज एवं कौकब कादरी के अलावे, संगठन प्रभारी ब्रजेश पाण्डेय, प्रेमचन्द्र मिश्रा एम.एल.सी., युवा कांग्रेस के अध्यक्ष गुंजन पटेल, दोनों जिला के अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार शर्मा एवं शैलेन्द्र कुमार शुक्ला, विधायक विनय वर्मा, मदन मोहन तिवारी आदि ने भी सम्बोधित किया। इस पूरे वर्चुअल रैली का संचालन बिहार प्रभारी सचिव अजय कपूर ने किया तथा समन्वय प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौड़ एवं आईटी सेल के चेयरमैन ई. संजीव सिंह ने किया। रैली में पटना से वरिष्ठ नेता सुबोध कुमार, प्रदेश प्रवक्ता राजेश राठौड़, रिसर्च विभाग के चेयरमैन आनन्द माधव, पूर्व विधायक जनार्दन शर्मा एवं ऋषि मिश्रा, जया मिश्रा, अनिता यादव, रीता सिंह, सरबत जहां फातेमा, जयन्ती झा, सुधा मिश्रा, शशि रंजन यादव इत्यादि ने भाग लिया।

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सदियों से इंसान बेहतरी की तलाश में आगे बढ़ता जा रहा है, तमाम तंत्रों का निर्माण इस बेहतरी के लिए किया गया है। लेकिन कभी-कभी इंसान के हाथों में केंद्रित तंत्र या तो साध्य बन जाता है या व्यक्तिगत मनोइच्छा की पूर्ति का साधन। आकाशीय लोक और इसके इर्द गिर्द बुनी गई अवधाराणाओं का क्रमश: विकास का उदेश्य इंसान के कारवां को आगे बढ़ाना है। हम ज्ञान और विज्ञान की सभी शाखाओं का इस्तेमाल करते हुये उन कांटों को देखने और चुनने का प्रयास करने जा रहे हैं, जो किसी न किसी रूप में इंसानियत के पग में चुभती रही है...यकीनन कुछ कांटे तो हम निकाल ही लेंगे।

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